रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की को मास्टर्स (पोस्ट ग्रेजुएट) के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेएएम) 2022 के आयोजन की जिम्मेदारी दी गई है। स्नातक के बाद आइआइटी के विभिन्न डिग्री प्रोग्राम के उम्मीदवारों के लिए जेएएम योग्यता की प्रवेश परीक्षा है। इनमें एमएससी (दो वर्षीय), संयुक्त एमएससी पीएचडी, एमएससी पीएचडी डुअल डिग्री, एमएससी, एमएस (शोध), पीएचडी डुअल डिग्री और स्नातक के बाद के अन्य डिग्री प्रोग्राम शामिल हैं।
बुधवार को आइआइटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजित के चतुर्वेदी ने 13 फरवरी, 2022 को जेएएम आयोजित किए जाने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि जेएएम विज्ञान, गणित और अर्थशास्त्र के उच्च अध्ययन का प्रवेश द्वार है। जेएएम 2022 परीक्षा पूरे देश के विभिन्न शहरों में आनलाइन होगी। हर साल एक लाख से अधिक उम्मीदवार यह परीक्षा देते हैं। बताया कि अधिक जानकारी जेएमए 2022 की वेबसाइट 2द्गढ्डह्यद्बह्लद्ग द्धह्लह्लश्चह्य://द्भड्डद्व.द्बद्बह्लह्म.ड्डष्.द्बठ्ठ. पर देख सकते हैं। उन्होंने बताया कि जेएएम की शुरुआत आइआइटी और आइआइएससी ने शैक्षिक वर्ष 2004-05 में की थी।
इच्छुक उम्मीदवारों के लिए 30 अगस्त, 2021 से 11 अक्टूबर, 2021 तक जेएएम का आवेदन पोर्टल खुला रहेगा। जेएएम 2022 में जैव प्रौद्योगिकी (बीटी), रसायन विज्ञान (सीवाई), अर्थशास्त्र (ईएन), भूविज्ञान (जीजी), गणित (एमए), गणितीय सांख्यिकी (एमएस) और भौतिकी (पीएच) कुल सात परीक्षा पत्र होंगे। उम्मीदवार एक या दो पत्रों की परीक्षा दे सकते हैं। जेएएम 2022 में भारत के सभी योग्य नागरिक भाग ले सकते हैं और इसके लिए कोई आयु सीमा नहीं है। जेएएम के स्कोर केवल एक वर्ष के लिए वैध होते हैं। जेएएम के स्कोर के आधार पर अन्य केंद्रीय वित्त पोषित प्रौद्योगिकी संस्थानों जैसे-एनआइटी, आइआइईएसटी शिबपुर, एसएलआइईटी पंजाब और विभिन्न आइआइएसईआर के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम में प्रवेश मिल सकता है।
इन प्रोग्रामों का संचालन आइआइटी (भिलाई, भुवनेश्वर, मुंबई, दिल्ली, आइएसएम धनबाद, गांधीनगर, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, जोधपुर, कानपुर, खड़गपुर, मद्रास, मंडी, पलक्कड़, पटना, रुड़की, रोपड़, तिरुपति और बीएचयू वाराणसी में किया जाएगा। वहीं जेएएम स्कोर के आधार पर आइआइएससी बेंगलुरु के इंटीग्रेटेड पीएचडी प्रोग्राम में भी प्रवेश मिलेगा।