ऋषिकेश। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऋषिकेश दौरे का प्रदेश सरकार ने पूरा लाभ उठाया। एम्स में आक्सीजन प्लांट के लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड की विकास यात्रा को प्रधानमंत्री मोदी से जोड़ा, तो इस बहाने भाजपा की भूमिका को भी सामने रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव का परिणाम है कि राज्य के विकास में केंद्र का निरंतर सहयोग मिल रहा है। इस बहाने उन्होंने डबल इंजन के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन को विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इर्द-गिर्द ही रखा। प्रधानमंत्री के देवभूमि आगमन पर उनका स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि आज ही के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 वर्ष पहले गुजरात के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी। इन 20 वर्षों की यात्रा में उन्होंने हर दिन नित नए लक्ष्य हासिल किए। उनके नेतृत्व में आज भारत विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। डेढ़ साल पहले जब कोरोना महामारी शुरू हुई थी, तब से आज तक उन्होंने एक नेता एवं प्रशासक के रूप में ही नहीं, बल्कि अभिभावक की भांति पूरे देश को हौसला दिया। सैनिकों के प्रति प्रधानमंत्री का सम्मान जग जाहिर है। आयुष्मान भारत योजना से देश के हर व्यक्ति को बीमारी का समय से उपचार मिल रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही सैकड़ों वर्षों से निर्माण की बाट जोह रहे राममंदिर के पुनर्निर्माण का कार्य प्रशस्त हुआ है। कश्मीर में धारा 370 समाप्त हुई और कश्मीर का भारत में पूर्ण एकीकरण हुआ है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के उत्तराखंड से लगाव का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने इसे सैन्यधाम की संज्ञा दी है। केदारनाथ त्रासदी के समय वह गुजरात के मुख्यमंत्री तौर पर भी उत्तराखंड की जनता के साथ खड़े थे। कोरोना महामारी में प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में संसाधनों की कमी नहीं होने दी और व्यक्तिगत रूप से उत्तराखंड की चिंता की। उत्तराखंड के लिए चारधाम आल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट तथा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की सौगात दी। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारपुरी में प्रथम चरण के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। द्वितीय चरण के कार्य चल रहे हैंं।
इसके अलावा बदरीनाथ धाम के साथ ही गंगोत्री व यमुनोत्री के लिए भी धनराशि स्वीकृत की गई है। जमरानी बहुद्देशीय परियोजना को स्वीकृति दी गई है। प्रदेश में 27 हेलीपोर्ट विकसित करने के साथ ही उड़ान योजना से सीमांत पर्वतीय क्षेत्रों को जोड़ा जा रहा है। टिहरी लेक डेवलपमेंट और समेकित विकास परियोजना के लिए भी उत्तराखंड को सहायता दी गई है। केंद्र के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। प्रदेश में 24 हजार पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की गई है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना तथा नैनो उद्यम योजना के अंतर्गत लाखों युवाओं को रोजगार देने का प्रयास किया जा रहा है।
कोरोना महामारी से प्रभावित, पर्यटन व परिवहन क्षेत्र के लिए राहत पैकेज दिया गया है। स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कार्मिकों को प्रोत्साहन देने तथा महिला सशक्तिकरण एवं रोजगार को बढ़ावा देने के लिए राहत पैकेज दिए गए हैं। आयुष्मान उत्तराखंड में 44 लाख व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बन चुके हैं। इससे 3.5 लाख व्यक्ति लाभान्वित हुए हैं। प्रदेश में 96 फीसद वैक्सीनेशन हो चुका हे। प्रदेश में 2020 से पहले केवल एक आक्सीजन प्लांट था और अब 87 जनरेशन प्लांट उपलब्ध हो चुके हैं। पीएम केयर फंड से तैयार 25 आक्सीजन जनरेशन प्लांट ने कार्य शुरू कर दिया है।