श्रीमद भागवत गीता की पौराणिक कथाएं आज भी समाज को सुंदर रूप देने के लिए सही राह दिखाती हैं:साध्वी आस्था भारती

-दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान अध्यात्म द्वारा समाज सुधार कार्यों में निरंतर सलंग्न है -श्री कृष्ण कथा में देश विदेश से श्रद्धालुगण भगवान की लीलाओं को श्रवण कर उठा रहे आनंद

देहरादून। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की आरे से दिव्य धाम आश्रम दिल्ली में ’श्री कृष्ण कथा’ का भव्य एवं विशाल आयोजन किया जा रहा है। जोकि 30 अप्रैल तक किया जाएगा। संस्थान की ओर से आयोजित श्री कृष्ण कथा का प्रसारण संस्थान के यूट्यूब चैनल पर वर्चुअल वेबकास्ट के माध्यम से किया जा रहा है। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संस्थापक एवं संचालक गुरुदेव आशुतोष महाराज की शिष्या कथा व्यास साध्वी आस्था भारती ने कथा के चतुर्थ दिवस शास्त्रों के साथ-साथ आधुनिक जगत से अनेकों वैज्ञानिक व तर्क-सम्मत उदाहरण देते हुए अध्यात्म सरिता से भक्त हृदयों को सींचा। उन्होंने बताया कि ये पौराणिक कथाएं आज भी मानव जीवन और समाज को सुंदर रूप देने के लिए सही राह दिखाती हैं। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संचालक व संस्थापक आशुतोष महाराज कहते हैं कि (-9) के आगे (-10) रखने से (-19) बनता है लेकिन यदि (+10) रख दिया जाए तो (1) मिलता है। यही गणित जीवन में क्षमाशीलता के साथ है। यदि नकारात्मकता व बुराई का प्रतिकार उससे बड़ी बुराई से करेंगे तो बुराई हमारे मन व जीवन में कई गुना बढ़ जाती है। लेकिन यदि क्षमाशीलता, सहनशीलता जैसे सद्गुण रख दें तो वह कमतर हो सकारात्मकता व अच्छाई को जन्म देती है। दूसरों को क्षमा कर आप स्वयं को ही सद्भाव, श्रेष्ठ विचारों, पुण्य संस्कारों का उपहार देते हैं।

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