नई दिल्ली। दीपक हुड्डा ने 2021 के घरेलू सत्र से पहले बड़ौदा का साथ छोड़ दिया है। उन्होंने बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) से एनओसी मांगी है। स्पोर्टस्टार ने यह जानकारी दी है। ऑलराउंडर का पिछले सीजन में सीनियर ऑलराउंडर और टीम के कप्तान क्रुणाल पांड्या के साथ झगड़ा हुआ था। इसके बाद उन्हें बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन ने निलंबित कर दिया था। उनके बड़ौदा की टीम छोड़ने पर टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने निराशा जताई है और बीसीए पर भड़क उठे हैं।
हुड्डा ने कहा, ‘बड़ौदा को छोड़ना निश्चित रूप से एक दुखद अहसास है, जिसके लिए मैंने अपने पूरे करियर में खेला है। लेकिन मैंने अपने कोचों, शुभचिंतकों से बात की और सोचा कि यह मेरे लिए सही फैसला है। हुड्डा के इस फैसले से भारत और बड़ौदा के पूर्व स्टार इरफान पठान ने ट्वीट करके कहा, ‘भारतीय टीम की संभावित सूची में शामिल खिलाड़ियों को कितने क्रिकेट संघ छोड़ेंगे? दीपक हुड्डा का बड़ौदा क्रिकेट छोड़ना एक बहुत बड़ी क्षति है। वह आराम से और दस साल और अपनी सेवाएं दे सकते थे, क्योंकि वह अभी भी युवा है। एक बरोडियन के रूप में यह पूरी तरह से निराशाजनक है!’
हुड्डा, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से पहले कप्तान कुणाल पांड्या के साथ विवाद के बाद टीम से बाहर हो गए थे। उन्होंने बड़ौदा के लिए 46 प्रथम श्रेणी और 123 टी 20 खेले हैं। हुड्डा ने दावा किया था कि पांड्या ने ‘अपनी दादागिरी दिखाते’हुए उन्हें अभ्यास करने से रोका था।
हुड्डा ने बीसीए को लिखे पत्र में आरोप लगाया था, ‘हेड कोच प्रभाकर की अनुमति से मैच से पहले मैं नेट्स में अभ्यास कर रहा था। तभी कुणाल नेट्स में आए और मेरे साथ बदतमीजी करने लगे। मैंने उनसे कहा कि मैं मुख्य कोच की अनुमति से अपनी तैयारी कर रहा हूं। उन्होंने मुझसे कहा ‘मैं कप्तान हूं, मुख्य कोच कौन है? मैं बड़ौदा टीम का ओवरऑल हूं। फिर उन्होंने अपनी दादागिरी दिखाते हुए मेरी प्रैक्टिस रोक दी।’ इसके बाद हुड्डा को पूरे सत्र के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया।