नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार सुबह 11 बजे मंत्रिमंडल की बैठक का नेतृत्व करने वाले हैं। इसके बाद दोपहर करीब 4 बजे पीएम मंत्रिपरिषद की बैठक का भी नेतृत्व करेंगे। ये दोनों ही बैठकें बेहद खास मानी जा रही हैं। इसकी वजह है कि 16 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होने वाला है। इसलिए इस बैठक में इससे जुड़ी सरकार की रणनीति पर चर्चा हो सकती है। इस मानसून सत्र की तैयारियां बड़ी जोर शोर से की जा रही है।
इस सत्र को लेकर कुछ दिन पहले ही लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने बताया था कि अब तक दोनों सदनों के 500 सदस्यो को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है। इसके अलावा संसद के सभी कर्मचारियों को भी वैक्सीन लगा दी गई है। लोकसभा के करीब 311 संसद सदस्यों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है जबकि 23 को किन्हीं कारणों से ये वैक्सीन नहीं मिल सकी है। संसद सत्र के दौरान संसद के अंदर ही आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा सदन के अंदर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी कड़ाई से पालन किया जाएगा। ये मानसून सत्र 19 जुलाई से 13 अगस्त तक चलेगा। ये 17वीं लोकसभा का छठा सत्र 19वां सत्र होगा। गौरतलब है कि पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में हाल ही में कई नए मंत्री शामिल हुए हैं। इस लिहाज से भी ये बैठक के कुछ खास मायने हैं। हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ये दूसरी बैठक है। इससे पहले ये बैठक 7 जुलाई को हुई थी। आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी की की अध्यक्षता में इससे पहले मंत्रिमंडल की अंतिम प्रत्यक्ष बैठक अप्रैल 2020 में हुई थी। उस वक्त भारत में कोरोना महामारी की शुरुआत हो चुकी थी। लिहाजा करीब एक वर्ष के बाद दोबारा मंत्रिमंडल की पहली प्रत्यक्ष बैठक होने वाली है। भारत में लॉकडाउन के लगने के बावजूद ये बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग से नियमित रूप से होती आई है।