नई दिल्ली : देश में कोरोना और ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच सोमवार को कोविड सैंपल के टेस्टिंग के लिए ताजा दिशा-निर्देश में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कहा कि कोविड मरीजों के आए संपर्कों को तब तक टेस्टिंग की आवश्यकता नहीं है, जब तक कि उन्हें उम्र या कॉमरेडिडिटी के आधार पर हाई रिस्क के रूप में पहचाना नहीं जाता है. आईसीएमआर के बयान में कहा गया है कि होम आइसोलेशन के बाद डिस्चार्ज किए गए मरीजों या कोविड -19 फैसिलिटी से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों का टेस्टिंग करने की आवश्यकता नहीं है. हालांकि खांसी, बुखार, गले में खराश या स्वाद या गंध की कमी और अन्य कोविड लक्षणों जैसे लक्षणों वाले व्यक्तियों का टेस्टिंग करने की आवश्यकता है. साथ ही इसमें ये भी कहा गया है कि जो व्यक्ति 60 साल अधिक उम्र के हैं या जिन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, फेफड़े या गुर्दे की बीमारी आदि जैसी बीमारियां हैं, उनका भी टेस्टिंग करने की आवश्यकता है.
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1,79,723 नए मामले
वहीं देश में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 1,79,723 नए मामले सामने आने के साथ 46,569 लोग ठीक हुए और 146 लोगों की कोरोना से मौत हुई. देश में कुल मामलों की संख्या 3,57,07,727 हो गई है. सक्रिय मामलों की संख्या 7,23,619 हैं. अब तक देश में कोरोना से 4,83,936 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अब तक 3,45,00,172 लोग ठीक हो चुके हैं. कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 1,51,94,05,951 हैं.