देहरादून। Uttarakhand Assembly Elections 2022 आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भले ही अभी घोषणा न हुई हो, लेकिन चुनावी दृष्टि से भाजपा ने ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। पार्टी का प्रयास है कि घोषणा से पहले ही स्टार प्रचारकों की अधिक से अधिक जनसभाएं राज्य में करा दी जाएं। इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चार दिसंबर की देहरादून में होने वाली रैली के बाद गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों व राष्ट्रीय नेताओं के यहां कार्यक्रम निर्धारित किए जा रहे हैं। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए आगामी विधानसभा चुनाव उसकी प्रतिष्ठा से भी जुड़ा है। पिछले चुनाव में पार्टी ने विधानसभा की 70 में से 57 सीटें जीतकर इतिहास रचा था। ऐसे में उसके सामने पिछले प्रदर्शन से आगे बढऩे की चुनौती है। इसी कड़ी में पार्टी ने चुनाव के लिए अबकी बार-60 पार का नारा दिया है। इसे हासिल करने के मद्देनजर पार्टी पूरी तरह से मैदान में उतर चुकी है। भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व भी लगातार यहां की चुनावी रणनीति पर नजर बनाए हुए है। पूर्व में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष समेत अन्य नेता चुनावी अभियान की समीक्षा कर चुके हैं। अब जबकि चुनाव के लिए काफी कम समय रह गया है तो चुनावी रणनीति में कोई कमीबेशी न रहे, इस क्रम में पार्टी ने ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। सरकार से लेकर पार्टी संगठन तक सभी जुट गए हैं। माहौल को अपने पक्ष में करने के मद्देनजर पार्टी अब राष्ट्रीय नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के दौरे भी नियमित अंतराल में राज्य में कराती आई है। अब केंद्रीय मंत्रियों व राष्ट्रीय नेताओं के ताबड़तोड़ कार्यक्रम यहां निर्धारित करने की तैयारी है।
भाजपा की इस रणनीति को विपक्ष पर मनोवैज्ञानिक दबाव बढ़ाने की कड़ी के रूप में भी देखा जा रहा है। भाजपा का प्रयास है कि चुनाव की घोषणा से पहले ही राज्य में अपने स्टार प्रचारकों की ज्यादा से ज्यादा सभाएं ली जाएं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चार दिसंबर की रैली के बाद प्रदेश में भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं व केंद्रीय मंत्रियों की जगह-जगह सभाएं होंगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा, उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव की दृष्टि से केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं के कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री की रैली के बाद गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों की लगातार सभाएं होंगी।