देहरादून: रायपुर अस्पताल में सिजेरियन डिलीवरी फिर शुरू कर दी गई है। चिकित्सकों की कमी के कारण यह सुविधा एक अरसे से बंद थी। इससे गर्भवती महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इधर, अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट भी बनकर तैयार हो गया है। इसका संचालन भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा।
रायपुर अस्पताल में आसपास के ग्रामीण क्षेत्र की बड़ी आबादी इलाज के लिए आती है। यहां हर दिन 150 से 250 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की ओपीडी 30 से 50 तक रहती है। इसके अलावा प्रतिदिन तीन से पांच डिलीवरी भी होती हैं। अब तक यहां चिकित्सकों की कमी और संसाधनों के अभाव में सिजेरियन डिलीवरी नहीं हो पा रही थीं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. पीएस रावत ने बताया कि सामान्य डिलीवरी के साथ ही अस्पताल में सिजेरियन भी शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सिजेरियन दो तरह के होते हैं। इमरजेंसी व इलेक्टिव सिजेरियन।
फिलहाल इलेक्टिव सिजेरियन किए जा रहे हैं। इमरजेंसी सिजेरियन के लिए व्यवस्था जुटाई जा रही है। अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट अगले कुछ दिनों में शुरू कर दिया जाएगा। इसमें बस विद्युत आपूर्ति आदि का काम बचा है। इसके लिए प्रयास किया जा रहा है कि अस्पताल आने वाले मरीजों को हर संभव उपचार मिले। इसके लिए संसाधन बढ़ाए जाएंगे। सिजेरियन करने वाली टीम में शामिल स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. मंजू रावत, डा. मोनिका, डा. डीसी सेमवाल, डा. श्रुति शर्मा, बाल रोग विशेषज्ञ डा. एसके झा, रितु, शाहजहां, मनोज गुसाईं, आशीष आदि को उन्होंने बधाई दी।