देहरादून/उत्तराखण्डः 13 Nov. 2021 खबर… राजधानी से शनिवार को ज्योतिष चार्य के अनुसर तुलसी विवाह भारत के अनेक प्रदेशो में मनाया जाता है:- तुलसी विवाह हिंदू धर्म का प्रमुख पर्व है, हर वर्ष कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन तुलसी विवाह किया जाता है इस वर्ष यह एकादशी तिथि 14 नवंबर को शुरू होकर 15 तारीख को समाप्त होगी इसलिए यह पर्व 15 नवम्बर 2021 में मनाया जाएगा । शालिग्राम भगवान विष्णु जी का ही अवतार माने जाते हैं, पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार तुलसी मैया ने गुस्से में भगवान विष्णु जी को श्राप से पत्थर बना दिया था, तुसली देवी के इस श्राप से मुक्ति के लिए भगवान विष्णु ने शालिग्राम जी का अवतार लिया और तुलसी जी से विवाह किया।
तुलसी मैया को मां लक्ष्मी का अवतार माना जाता है, कुछ स्थानों पर तुलसी विवाह द्वादशी के दिन भी किया जाता है। अतः 15 नवंबर को ही तुलसी विवाह मनाया जाएगा तुलसी विवाह में माता तुलसी देवी का विवाह भगवान शालिग्राम जी के साथ किया जाता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति तुलसी विवाह का अनुष्ठान करता है उसे कन्यादान के बराबर पुण्य फल मिलता है।
*तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त:- एकादशी तिथि 14 नवम्बर में प्रातः 5 बजकर 45 मिनिट से प्रारंभ होगी, जो दूसरे दिन यानी 15 नवम्बर में सुबह 8 बजकर 25 मिनिट तक रहेगी, फिर 15 नवम्बर में द्वादशी तिथि प्रारंभ होगी जो 16 नवंबर में सुबह 08 बजकर 50 मिनट तक रहेगी अतः तुलसी विवाह 15 नवंबर को ही मनाया जाएगा।