ऋषिकेश। ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऋषिकेश में फोरलेन निर्माण का टेंडर बुधवार को स्वीकृत हो गया। नेशनल हाईवे डोईवाला डिवीजन कोयल ग्रांट से घाट चौराहा तक 1.7 किलोमीटर लंबे और 15 मीटर चौड़ी फोरलेन सड़क का शीघ्र निर्माण शुरू करेगा। नेशनल हाईवे डिविजन डोईवाला ने राष्ट्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को ऋषिकेश में हरिद्वार रोड कोयल ग्रांट से घाट चौराहा तक फोरलेन बनाने का प्रस्ताव भेजा था।
चंद्रभागा पुल से लेकर कोयल ग्रांट तक करीब 2.2 किलोमीटर लंबे फोरलेन का निर्माण होना था। जिसमें कोयल ग्रांट से घाट चौराहा सीमा तक 1.7 किलोमीटर लंबे फोरलेन का ही टेंडर हुआ है। घाट चौराहा से चंद्रभागा पुल तक करीब 500 मीटर लंबे फोरलेन का निर्माण उसके बाद किया जाएगा, क्योंकि इस क्षेत्र से अभी अतिक्रमण नहीं हटा है। उसके लिए नेशनल हाईवे डिवीजन ने बुधवार को निर्माण कार्य के टेंडर स्वीकृत कर दिया है। करीब 7.5 करोड़ की लागत से बनने वाले फोरलेन की एक तरफ चौड़ाई 7. 5 मीटर होगी यानी कुल चौड़ाई 15 मीटर होगी। बीच में डेढ़ मीटर का डिवाइडर बनेगा। विभाग के सहायक अभियंता प्रवीण कुमार सक्सेना ने बताया कि नेशनल हाईवे व्यासी में कार्य कर रही कंपनी को टेंडर मिला है, जो इस पर शीघ्र कार्य शुरू करेगी। उन्होंने बताया कि फोरलेन के जितने भाग के लिए टेंडर मंजूर किया गया है, उस मार्ग को पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त किया जा चुका है। ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऋषिकेश में 2.2 किलोमीटर लंबे फोरलेन में से 1.7 किलोमीटर भाग पर फोरलेन का निर्माण तब तक सार्थक नहीं है, जब तक घाट चौराहे तक बोटल नेक को नहीं खोला जाता। स्थानीय नागरिक अनिल कुमार गुप्ता की जनहित याचिका पर उच्च न्यायालय ने तीन वर्ष पूर्व सभी सरकारी विभागों को अपनी सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए थे। तीन वर्ष बाद भी घाट चौराहा से चंद्रभागा पुल तक अतिक्रमण हटाना तो दूर अतिक्रमण को चिह्नित नहीं किया जा सका है। विभाग, प्रशासन और पुलिस जब भी इस कार्य को करने के लिए गए तो मौके पर व्यापारी विरोध पर उतर आए। उसके बाद कभी कोविड कफ्र्यू तो कभी पुलिस फोर्स की कमी बहाना बनती रही। नेशनल हाईवे डिविजन घाट चौराहा तक सड़क को फोरलेन बना देता है तो इसका तब तक फायदा नहीं होने वाला जब तक घाट चौराहा से चंद्रभागा पुल तक अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है।