देहरादून। जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा माह मार्च 2020 के उपरान्त कोविड महामारी से पिता, माता, सरंक्षक की हुई मृत्यु के कारण जन्म से 21 वर्ष तक के प्रभावित बच्चों की देखभाल, पुनर्वास, शिक्षा, चिकित्सा, चल-अचल सम्पति एवं उत्तराधिकारों एवं विधिक अधिकारों के संरक्षण के सम्बन्ध में जनपद के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ वीडियोकान्फ्रेसिंग के माध्यम बैठक आयोजित करते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को इस सम्बन्ध में निर्देशित किया कि वे खण्ड विकास अधिकारी तथा बाल विकास विभाग के समन्वय से कोविड-19 के दौरान अनाथ अथवा निराश्रित हुए बच्चों, जैसे माता-पिता दोनों की अथवा माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु होने पर एक तरह बेसहारा हुए बच्चों की निर्धारित प्रारूप पर सोमवार तक जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय को सूचना प्रेषित करने के निर्देश दिए। साथ ही जिला विकास अधिकारी को खण्ड विकास अधिकारियों तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास विभाग को आगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से ऐसे सभी बच्चों की पहचान करते हुए सही सूचना उपलब्ध करवाने में सहयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आज के बाद भी यदि कोई बच्चा निराश्रित छूटता है तो उनकी भी तत्काल सूचना दी जाए। उन्होंने कहा कि अनाथ अथवा निसहाय बच्चों के सम्बन्ध में सारी जानकारी जैसे वर्तमान में बच्चा किसके पास है, किस हालात में है तथा उसका संरक्षक है अथवा नहीं इत्यादि जानकारी पहले से ही तैयार करके रखें ताकि सरकार द्वारा उनके पुनर्वास, संरक्षण अथवा उनके शैक्षिक उत्थान के लिए जो भी प्रयास करेगी उन तक तेजी से पंहुच जाय।
जिलाधिकारी ने ऐसे बच्चे, जो बिल्कुल अनाथ हो गये हैं तथा जिनका कोई भी संरक्षक नही है, उनकी सूचना तत्काल देने को कहा ताकि उनको शिशु अथवा बाल सदन में तत्काल आश्रय दिया जा सके। इसके अतिरिक्त उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि कोविड काल की संपूर्ण अवधि के दौरान किसी भी बच्चे का ना तो नाम काटा जाय तथा ना ही फीस देने का अतिरिक्त दबाव डाला जाय। इस दौरान वीडियोकान्फे्रसिंग से आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, विभिन्न क्षेत्रों के उप जिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, खण्ड विकास अधिकारी, डीपीओ बाल विकास डाॅ अखिलेश मिश्रा सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।