देहरादून। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन के अध्यक्ष सचिन जैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी कैबिनेट का आभार व्यक्त किया है। महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा एवं लोकसभा में सर्वसम्मति से पास होने पर पीएम मोदी के इस फैसले देश की पूरी जनता ने स्वागत और अभिनंदन किया। इसे आधी आबादी के पक्ष में एक ऐतिहासिक फैसला करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा से नारी शक्ति का सम्मान किया है। उज्ज्वला योजना हो, घरेलू गैस सिलेंडर के दाम दो सौ रुपए तक कम करने की बात हो, इससे मातृ शक्ति को बड़ी राहत मिली है।
मेरा मानना है कि लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण मिलने के फैसले के बाद पूरी तस्वीर बदलने वाली है। महिलाएं अब राजनीतिक तौर पर भी सशक्त होंगी। 33 फीसदी आरक्षण मिलने से जहां देश के सर्वोच्च सदन में महिलाओं के लिए 181 सीटें आरक्षित हो जाएंगी, वहीं उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य में भी 70 में से 23 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी। देश की आजादी के अमृत काल में प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए इस ऐतिहासिक फैसले से पूरे देश की महिलाओं में आत्म सम्मान और आत्म विश्वास का भाव पैदा होगा।
उत्तराखंड की धरती सशक्त मातृशक्ति की पहचान रही है। जिस तरह ऐतिहासिक चिपको आंदोलन की इस धरती में महिलाओं ने हमेशा से आगे बढ़चढ़ कर भाग लिया है। उत्तराखंड राज्य आन्दोलन इसका एक ज्वलंत उदाहरण है। अब लोकसभा और विधानसभाओं में भी महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दिए जाने से मातृशक्ति को और बल मिला है। बीजेपी सरकार ने हमेशा मातृशक्ति का सम्मान किया है। हमारी राज्य सरकार ने भी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 फीसदी आरक्षण देकर इस बात को सिद्ध किया है। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ने कहा कि मोदी जी ने महिलाओं की जरूरत और उनके सम्मान को बढ़ाया है और निश्चित रूप से महिलाओं को पुरुषों के बराबर लाकर खड़ा कर दिया है। आज की महिला कमजोर नहीं बल्कि संपूर्ण तरीके से सशक्त हो चुकी है। आज वह अपने अधिकारों के प्रति जागरूक है और जुर्म के खिलाफ वह हर लड़ाई लड़ सकती है और हर सुविधा पा सकती है जिसकी वह हकदार है।