भक्त के ‘अटूट प्रेम’ पर प्रभु की ‘प्रभुताई’ गौण हो जाती है- -साध्वी विदुषी सुभाषा भारती जी

देहरादून। विनय पत्रिका में संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं कि यूं तो परमात्मा सर्वज्ञाता,…