मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को गीडा दिवस पर 504 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इसमें प्लास्टिक पार्क, रेडीमेड गारमेंट पार्क और फ्लैटेड फैक्ट्री का शिलान्यास शामिल है। निवेश परियोजनाओं की शुरूआत से 3400 लोगों को रोजगार मिलने का दावा किया जा रहा है।
देर शाम गीडा कार्यालय के पास आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री 260 करोड़ रुपये की 49 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी करेंगे। इसमें बिजली, पानी और सड़क से संबंधित विकास कार्य शामिल हैं। इस दौरान 1200 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं के निवेशकों को भूमि आवंटन का प्रमाणपत्र भी देंगे। समारोह में विभिन्न उत्पादों के स्टालों का अवलोकन भी करेंगे।
शिलान्यास वाली परियोजनाओं में 27.26 करोड़ की सेक्टर-27 में 132 केवी का विद्युत उपकेंद्र, 69.58 करोड़ का सेक्टर-28 में प्लास्टिक पार्क, 33.92 करोड़ का सेक्टर-13 में फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण शामिल है। 12.06 करोड़ की लागत से भीटी रावत गीडा सेक्टर-26 में विद्युत उपकेंद्र का लोकार्पण भी किया जाएगा। जबकि 189.40 करोड़ के 32 विकास कार्यों का शिलान्यास और 70.24 करोड़ रुपये के 17 विकास कार्यों का लोकार्पण भी सीएम करेंगे।
नोएडा की तर्ज पर 33 साल पहले पड़ी थी गीडा की नींव
करीब 33 वर्ष पहले 30 नवंबर 1989 को अधिसूचित गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की स्थापना नोएडा की तर्ज पर की गई थी। लेकिन, विकास के मामले में गीडा अर्से तक पिछड़ा रहा। एक समय ऐसा भी आया कि गीडा को कहीं और ले जाने का प्रयास किया जाने लगा था, लेकिन चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के प्रयास के बाद इस पर विराम लग गया।
इसके बाद भी सरकारों की उदासीनता के चलते सिर्फ नाम का औद्योगिक विकास प्राधिकरण बना रहा। साल 1998 में पहली बार सांसद बनने के बाद से योगी आदित्यनाथ गीडा के विकास और औद्योगिक माहौल बनाने के लिए प्रयासरत रहे हैं।
साल 2017 से बदला माहौल
गीडा में सकारात्मक बदलाव का दौर 2017 से शुरू हुआ, जब योगी मुख्यमंत्री बने। उनके निर्देश पर गीडा का लैंड बैंक बढ़ता गया तो निवेशकों को सुरक्षित माहौल में भूखंड मिलने लगे। आज गीडा में 600 औद्योगिक इकाइयां क्रियाशील हैं। करीब 20,000 लोगों को रोजगार मिला है। करीब 20 शिक्षण संस्थान गीडा क्षेत्र में संचालित किए जा रहे हैं। निवेशकों के लिए पसंदीदा स्थल बने गीडा में 173 एकड़ भूमि का आवंटन किया गया है।