उन्नतशील प्रजाति के गन्ने की बुआई करें किसान

मंगलौर। गन्ना आयुक्त ने कहा कि जिले में ज्यादातर गन्ना किसान एक ही प्रजाति के गन्ने के उत्पादन पर अधिक जोर दे रहे हैं। यह भविष्य के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को विविध व उन्नतशील गन्ना प्रजातियों का बीज उपलब्ध कराया जाए। ताकि किसी एक प्रजाति में रोग आने पर किसान को अधिक नुकसान न उठाना पड़े। मंगलवार को गन्ना आयुक्त हंसादत्त पांडे ने लिब्बरहेडी गन्ना विकास परिषद, गन्ना विकास समिति के अलावा गाधारोना थीथकी कवायद पुर गांव में गन्ने के खेतों का निरीक्षण किया और बाद में अधिकारियों से साथ बैठक की। वहीं गन्ना आयुक्त ने समिति में कर्मचारियों की उपस्थिति चेक की और अन्य रेकार्ड भी देखें। इस दौरान गन्ना विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को आधुनिक खेती के प्रति प्रशिक्षित किया जाए। इसके अलावा गन्ना समिति से 100 और चीनी मिल से 100 उत्कृष्ट किसान चयनित किए जाए। इन किसानों को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया जाए। सर्वाधिक गन्ने की उपज देने वाले किसानों को मास्टर ट्रेनर बनाकर अन्य किसानों को प्रशिक्षण दिलाया जाए ताकि जिले में गन्ने का उत्पादन और अधिक हो सके। इस दौरान गन्ना समिति चेयरमैन प्रतिनिधि सुशील राठी ने गन्ना आयुक्त को बताया कि पूर्व में गन्ना विभाग किसानों को 50 फीसद अनुदान पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराता था। लंबे समय से यह योजना बंद कर दी गई है। उन्होंने इसको चालू किए जाने की मांग की साथ ही चीनी मिलों पर बकाया भुगतान और अंशदान का भुगतान किए जाने की भी मांग उठाई। इस पर गन्ना आयुक्त ने निर्देश दिया कि जल्द से जल्द किसानों के बकाया गन्ने का भुगतान किया जाए। इस मौके पर सहायक गन्ना आयुक्त शैलेंद्र सिंह, सीनियर गन्ना विकास निरीक्षक आशीष नेगी, गन्ना विकास परिषद के अध्यक्ष बृजपाल सिंह, लिब्बरहेरी चीनी मिल के प्लांट हेड लोकेंद्र सिंह लांबा, चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना अनिल कुमार सिंह आदि मौजूद रहे इससे  मंगलौर गुड़ मंडी पहुंचने पर गन्ना आयुक्त हंसा दत्त पांडे को भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया कि लगातार खाद, डीजल तथा पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं। जिससे किसानों की फसल की लागत बढ़ रही है। लेकिन, किसानों के फसलों के दाम नहीं बढ़ रहे हैं। इस कारण किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। किसान नेताओं ने कहा कि किसान जिस मिल के सेंटर से अटैच होना चाहें, उसे वहीं अटैच किया जाए। गन्ना आयुक्त ने किसानों की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है। इस मौके पर रामपाल सिंह, संजय चौधरी, विजय शास्त्री, चौधरी बाबूराम, रवि कुमार, चौधरी सुखराम पाल सिंह, चमन लाल शर्मा आदि मौजूद रहे।

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