देहरादून। कांग्रेस ने चारधाम यात्रा में अव्यवस्था के मुद्दे को सदन में उठाया। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत कांग्रेस विधायकों ने यात्रियों की मृत्यु के साथ ही पंजीकरण की व्यवस्था पर सवाल उठाए।
जवाब में विधायी एवं संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि चारधाम यात्रा दो साल से ठप रहने के बाद इस वर्ष प्रारंभ हुई तो यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी। आनलाइन पंजीकरण से यात्रा को व्यवस्थित करने में सहायता मिली। उन्होंने दावा किया कि यात्रा व्यवस्थित तरीके से चल रही है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने बुधवार को सदन में भोजनावकाश के बाद नियम 58 के अंतर्गत चारधाम यात्रा में अव्यवस्था का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा कुप्रबंधन का शिकार रही।
यात्रा मार्गों पर घंटों जाम से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। अब तक डेढ़ सौ से अधिक यात्रियों की स्वास्थ्य कारणों से मृत्यु हो चुकी है। इस मामले का प्रधानमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सदस्य राजेंद्र सिंह ने बैठक में यात्रा व्यवस्था पर नाराजगी जताई थी।
उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि चारधाम में यात्रियों की संख्या तय करने के बाद उन्हें जिलों की सीमा पर रोका गया। उन्हें केदारनाथ यात्रा के पहले पड़ाव गौरीकुंड तक जाने देना चाहिए था। ऐसा नहीं होने से यात्रा मार्गों के होटल व्यवसायियों, ढाबा, रेस्तरां संचालकों को नुकसान उठाना पड़ा।
बदरीनाथ विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि बदरीनाथ धाम में यात्रियों के ठहरने की अधिक व्यवस्था है, लेकिन वहां यात्रियों की कम संख्या तय की गई। पंचकेदार और पंचबदरी के लिए सड़कों की बदहाल व्यवस्था का जिक्र उन्होंने किया।
विधायक वीरेंद्र जाती ने कहा कि यात्रा मार्गों पर सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। विधायक सुमित हृदयेश ने अव्यवस्था के लिए आनलाइन पंजीकरण से जुड़ी कंपनी को दोषी ठहराया। विधायक गोपाल सिंह राणा, आदेश चौहान ने भी विचार रखे।
विधायी एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि आनलाइन पंजीकरण के साथ ही यात्रा की निगरानी के लिए सर्विलांस कैमरे लगाए गए। यात्रियों को मौसम की अद्यतन जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि 30 मई के बाद केदारनाथ यात्रा मार्ग पर घोड़ा-खच्चर के लिए व्यवस्था में सुधार हुआ है।
कांग्रेस के 17 में से पांच विधायक उपस्थित
चारधाम यात्रा पर चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष में नोकझोंक भी हुई। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य व कांग्रेस विधायकों ने सदन में इस चर्चा के दौरान धर्मस्व व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की अनुपस्थिति पर आपत्ति की।
वहीं विधायी व संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने चर्चा में कांग्रेस विधायकों की भागीदारी पर सवाल दागे। उन्होंने कहा कि चर्चा में पार्टी के 17 विधायकों के शामिल होने का जिक्र है, लेकिन केवल पांच ही उपस्थित रहे हैं।