देहरादून: दून, हल्द्वानी व श्रीनगर मेडिकल कालेज में तैनात 330 इंटर्न चिकित्सक हाल ही में कई दिन आंदोलन पर रहे थे। उन्होंने जनता दरबार में सीएम पुष्कर धामी से मुलाकात भी की थी। मुख्यमंत्री के आश्वासन पर उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया था। इंटर्न चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना में उन्होंने जोखिम के बीच कोरोना वार्डों में काम किया। इसके बाद भी सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। उन्हें मात्र 7500 रुपये स्टाइपेंड मिल रहा है। यानी 250 रुपये प्रतिदिन। यह किसी मजदूर की दिहाड़ी से भी कम है। जबकि अन्य जगह 15 हजार से साढ़े 23 हजार रुपये तक स्टाइपेंड मिल रहा है। कुछ दिन पहले नैनीताल हाईकोर्ट ने भी एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते राज्य सरकार से कहा था कि इंटर्न चिकित्सकों के स्टाइपेंड बढ़ाने की हर संभावना पर विचार किया जाए।