उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद विधान परिषद (स्थानीय निकाय) का चुनाव भी हो गया। बेशक, इसी वर्ष चुनाव नगरीय निकायों के भी होने हैं, लेकिन भाजपा अब सरकार और संगठन को लोकसभा चुनाव के मोड पर डाल देना चाहती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक सहित प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल की सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। योगी सरकार 2.0 के लिए पीएम मोदी ने मंत्र दिया है तो अमित शाह के साथ नए प्रदेश अध्यक्ष सहित संगठन के अन्य पदों को लेकर चर्चा हुई है।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार 2.0 के गठन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उपमुख्यमंत्री अलग-अलग दिल्ली जाकर शीर्ष नेतृत्व से पहले ही मिल चुके हैं, लेकिन सोमवार को पहली बार तीनों एक साथ पहुंचे और मोदी-शाह से भेंट की। बताया गया है कि उनके साथ प्रदेश महामंत्री संगठन भी थे। माना जा रहा है कि इस भेंट का उद्देश्य सरकार और संगठन के लिए शीर्ष नेतृत्व का दिशा-निर्देश लेना था।
दरअसल, विधान परिषद चुनाव के परिणाम मंगलवार को घोषित हो जाएंगे। इसके साथ ही आचार संहिता हटेगी और सरकार नई योजनाओं पर काम शुरू करेगी। चूंकि अगला लक्ष्य 2024 में होने जा रहा लोकसभा चुनाव है और सर्वाधिक 80 लोकसभा सीटों वाले यूपी में भाजपा 2014 और 2019 वाला ही परिणाम फिर चाहती है, इसलिए सरकार की कार्ययोजना उसी के हिसाब से बनाई गई है। इसी संदर्भ में योगी, केशव और पाठक ने पीएम मोदी से मार्गदर्शन लिया है
इसके बाद सुनील बंसल सहित इन तीनों ने गृहमंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। वहां हुई बैठक में संगठन को लेकर विचार-विमर्श किया गया। सूत्रों के अनुसार, स्वतंत्रदेव सिंह को प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए जाने के बाद नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर संभावित नामों पर चर्चा की गई।
यूं तो डा. दिनेश शर्मा, श्रीकांत शर्मा, सतीश गौतम, सुब्रत पाठक, बृज बहादुर, विनोद सोनकर, लक्ष्मण आचार्य, विद्या सागर सोनकर सहित कई नाम चल रहे हैं, लेकिन पार्टी के रणनीतिकार जातीय समीकरण के गुणा-भाग में जुटे हैं। ऐसे व्यक्ति को ही प्रदेश की कमान सौंपी जाएगी, जिसके पदासीन होने का सकारात्मक संदेश बड़े मतदाता वर्ग में पहुंचे और लोकसभा चुनाव में भाजपा को लाभ मिले।
इसी तरह प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद कुमार शर्मा, दयाशंकर सिंह और प्रदेश महामंत्री जेपीएस राठौर को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया है। पार्टी में एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत है। ऐसे में इन पदों पर भी अन्य कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जानी है। इसके लिए भी पार्टी का पैमाना यह हो सकता है कि विधानसभा चुनाव में किसने अधिक परिश्रम किया और पार्टी को उसका क्या लाभ हुआ। साथ ही लोकसभा चुनाव में वह व्यक्ति संगठन के लिहाज से कितना उपयोगी साबित हो सकता है।