मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिर दोहराया कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूनिफार्म सिविल कोड) जल्द लागू की जाएगी। इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए पूरी तरह से तैयार है। उम्मीद जताई की कोरोना काल के बाद इस बार रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। रविवार को मुख्यमंत्री हरिद्वार के भूपतवाला में नकलंक धाम के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
साधु-संतों की ओर से चारधाम गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित करने की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हित में जो भी जरूरी होगा, सरकार निर्णय लेगी। चार धाम यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि मई से यात्रा शुरू हो जाएगी। सरकार सुरक्षित यात्रा के लिए संकल्पबद्ध है।
सरकार का प्रयास है कि यात्रा के दौरान प्रत्येक श्रद्धालु को बेहतर सुविधा मिल सके। यात्रा की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय बैठक भी हो चुकी है। कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ‘अतिथि देवो भव:’ के ध्येय वाक्य को अपनाकर यात्रा के लिए तैयार है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी को रामनवमी की शुभकामनाएं दीं और कुछ देर भागवत कथा का श्रवण भी किया। कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद नकलंक धाम के संस्थापक स्वामी राजेंद्र दास, हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय, एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत के अलावा संतगण और श्रद्धालु मौजूद थे।
अवैध कार्य बदार्शत नहीं
हरिद्वार में प्रशासन की ओर से अवैध खनन और अवैध कॉलोनियों के विरुद्ध कार्रवाई पर सीएम ने कहा कि कोई भी अवैध काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी अधिकारियों को इस आशय के निर्देश दे दिए गए हैं ।