देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 14 फरवरी को संपन्न हो चुका है। सत्तारूढ़ दल भाजपा जहां 60 पार सीटों का दावा कर रही है तो वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने की संभावना को पुरजोर तरीके से बयान कर रही है। हालांकि 10 मार्च को चुनाव के नतीजे बताएंगे कि इस हिमालयी राज्य में किस पार्टी की सरकार बनेगी। इस बीच गुरुवार को कांग्रेस नेता हरीश रावत ने ईवीएम मशीन में छेड़छाड़ की आशंका जताई है।
सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि यूपी और उत्तराखंड में भाजपा की पराजय की स्थिति है, इसलिए ईवीएम (EVM) के साथ छेड़छाड़ की संभावना है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा ईवीएम मशीन के साथ मतपत्र को भी बदला जा सकता है।
उन्होंने कहा, यह नई बात नहीं है कि उत्तराखंड में इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा सकता है, क्योंकि उन्हें ऐसे इनपुट मिले हैं कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को बदला भी जा सकता है।’ साथ ही बताया कि कांग्रेस ईवीएम पर अपनी नजर बनाए रखेगी। इसके लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने जिलास्तर पर इसकी व्यवस्था बनाई है। पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों को स्ट्रांग रूम के बाहर कड़ी नजर रखने का आदेश जारी कर दिया है। कांग्रेस का अनुमान है कि उनकी पार्टी 40 से 45 सीटें जीतकर बहुमत हासिल करेगी और सरकार बनाएगी।
मालूम हो कि इस बार राज्य के विधानसभा चुनाव में 65.37 फीसदी मतदान हुआ था। कुल वोटिंग की संख्या में 62.60 फीसदी पुरुष, तो 67.20 फीसदी महिला मतदाओं ने वोटिंग की। पिछले चुनाव साल 20217 में 65.55 प्रतिशत वोट पड़े थे। इस वोट प्रतिशत पर भाजपा 70 विधानसभा सीटों में से 57 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल करने में कामयाब रही थी। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी राज्य की सत्ता में काबिज है और पुष्कर सिंह धामी सरकार के मुखिया हैं।