देहरादून: चुनाव आयोग ने पूर्व सीएम हरीश रावत की तस्वीर से छेड़छाड़ के मामले में सख्त रुख अख्तियार किया है. इस मामले में कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को उत्तराखंड की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या से मुलाकात कर बीजेपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. मामले में चुनाव आयोग ने उत्तराखंड बीजेपी को भविष्य में और अधिक सावधान रहने की चेतावनी दी है. आयोग ने पार्टी को आचार संहिता के सभी प्रावधानों का पालन करने की सलाह दी है.
ये था मामला: कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सीईसी से बात की थी और भाजपा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी. रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने आदर्श आचार संहिता और कानून का उल्लंघन किया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी लोगों के बीच धार्मिक आधार पर भेदभाव पैदा करना चाहती है. बीते दिनों चुनाव आयोग ने पूर्व सीएम हरीश रावत की तस्वीर से छेड़छाड़ कर ट्वीट करने के लिए बीजेपी की उत्तराखंड इकाई को नोटिस जारी किया था.
BJP ने दिया था ये जवाब: चुनाव आयोग के एक आदेश में कहा गया है कि उत्तराखंड बीजेपी की ओर से यह कहा गया कि ट्वीट का उद्देश्य न तो आदर्श आचार संहिता के किसी प्रावधान का उल्लंघन करना था, न ही धर्म, जाति, जाति और भाषा के आधार पर समूहों के बीच कोई मतभेद पैदा करना था. बीजेपी ने चुनाव आयोग को बताया कि ट्वीट को उसके आधिकारिक ट्विटर हैंडल से हटा दिया गया है. लेकिन चुनाव आयोग को बीजेपी का जवाब संतोषजनक नहीं लगा है.
चुनाव आयोग ने ये कहा: मामले में चुनाव आयोग ने आदेश जारी कर उत्तराखंड बीजेपी को भविष्य में और अधिक सावधान रहने की चेतावनी दी है. साथ ही आदर्श आचार संहिता के सभी प्रावधानों और आयोग के अन्य दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है. गौर हो कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी मामले में पूर्व सीएम हरीश रावत की तस्वीर से छेड़छाड़ के मामले में चुनाव आयोग ने बीजेपी से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था.