देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान प्रक्रिया जारी है। सभी राजनैतिक दल सत्ता में अपनी जगह बनाने के लिए पूरी जोर आजमाइश करते दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच बीजेपी का प्रचार करने उत्तराखंड पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता हरीश रावत पर एक विवादित टिप्पणी की। जिस पर हरीश रावत ने पलटवार किया।
दरअसल अमित शाह ने हरीश रावत को लेकर कहा कि बेचारे हरीश रावत को नेता बनाएंगे… नहीं बनाएंगे, टिकट देंगे.. नहीं देंगे। आगे उन्होंने कहा कि धोबी का.. आगे नहीं बोलना चाहता। उनके इस बयान पर हरीश रावत ने पलटवार किया – आदरणीय नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और सभी केंद्रीय मंत्री गण आप लोग उत्तराखंड आ रहे हैं और कांग्रेस के एक छोटे से कार्यकर्ता पर लठ्ठ बरसा रहे हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा – कल अमित शाह ने मेरे घर की सभा में कहा कि हरीश रावत तो धोबी का.. और घर का न घाट का। केवल कुत्ता नहीं कहा ना? कुत्ता तो भैरव का अंश माना जाता है। मैं उनकी नजर में अगर कुत्ता हूं तो उत्तराखंड का ही हूं ना? बोलूंगा तो उत्तराखंड के लिए और भौंकूंगा तो भी उत्तराखंड के लिए। उन्होंने आगे कहा, ‘ यदि उत्तराखंड के हितों को ठेस पहुंचेगी तो भौंकने के साथ काटूंगा भी।’
सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रिया : विनोद कुमार मीणा नाम के एक यूजर ने लिखा कि हार के डर से यह लोग अमर्यादित भाषा बोलने में लगे हुए हैं। जरा सा सहनशीलता का परिचय नहीं दे सकते हैं। योगेंद्र नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि देने को तो मैं भी उसे दे सकता हूं गाली, लेकिन मेरी तहजीब इजाजत नहीं देती। दीपक नाम के यूजर लिखते हैं कि जब पार्टी के शीर्ष नेता इस तरह के बयान देंगे तो राजनीति में गंदगी बढ़ती जाएगी।
किशन नाम के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया, ‘ इस तरह की अमर्यादित भाषा के कारण बीजेपी का पतन हो सकता है जबकि कांग्रेस उसे उतने ही इमोशनल ढंग से जवाब दे रही है।’ गौतम प्रकाश नाम के एक यूजर ने लिखा कि क्या यह धोबी समाज का अपमान नहीं है। अमित शाह जी सी भाषा का प्रयोग आप अपने समाज के लिए क्यों नहीं करते?