JCB ने कर दिये नागिन के दो टुकड़े, फिर भी 19 घंटे बैठी रही फन फैलाए, लोग पिलाने के लिये दूध ले आये…पढ़िये पूरी खबर

 

खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन में एक चौंकाने वाली घटना हुई. रात 8 बजे एक नागिन वेस्ट मटेरियल हटाने के दौरान घायल हो गई. जब तक आस-पास मौजूद लोग कुछ समझ पाते नागिन के शरीर के दो टुकड़े हो चुके थे. हैरान करने वाली यह थी कि शरीर कटने के बाद भी नागिन जिंदा था. लोगों का दावा है कि घायल नागिन फन फैलाए कई घंटे वहीं जमीन पर पड़ी रही. पास ही उसके शरीर का हिस्सा पड़ा था. उसकी मौत के बाद आस-पास के ग्रामीण एकत्र हो गए और सभी ने मिलकर नागिन का अंतिम संस्कार भी किया.

घटना की जानकारी मिलते ही पास के मंदिर के कुछ लोग मौके पर पहुंचे. फिर नागिन के पास दूध से भरा रखा गया और उसकी पूजा की गई. इतना ही नहीं शास्त्रों का वाचन और मांगलिक सुनाई गई. दावा किया जा रहा है कि शरीर अलग होने के बाद भी नागिन जिंदा थी. काफी देर बाद उसने दम तोड़ दिया. नागिन को देख लोग हैरान रह गए.

पशु चिकित्सक ने बताया क्यों हुई देरी से मौत

नागिन की मौत बाद में पंडित पुजारी सहित आस-पास के लोगों ने उसका अंतिम संस्कार किया. करही नगर की पुरानी बसन्त जिनिंग परिसर में जेसीबी से वेस्ट मरेटियल हटाने के दौरान नागिन जेसीबी के चपेट में आ गई थी और दो हिस्सों में बट गई. घटना की जानकारी मिलते ही नाग मन्दिर के पंडित ओम शर्मा ,दिलीप बाघमार ,विशाल छाजेड़ सहित कई लोग पहुंचे और देखकर नागिन के पास दूध से भरा कटोरा रख कर पूजा की. सौरभ छाजेड़ ने नागिन के समक्ष शात्र का वाचन किया, फिर स्थानक भवन में विराजित जैन सन्त ने आकर मांगलिक सुनाई.

एक पशु चिकित्सक का कहना है कि सांप का दिल और मस्तिष्क ऊपरी‎ हिस्से में होता है. हादसे में नागिन का पिछला हिस्सा कट गया था. इस वजह से नागिन के हार्ट और मस्तिष्क में ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही थी. यही वजह है कि वह कुछ देर तक जिंदा रही. उनका कहना है कि जैसे-जैसे खून शरीर से बहने लगा नागिन के शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगी, इस वजह से उसकी मौत हो गई.

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