लखनऊ: पीएम नरेंद्र मोदी की उत्तर प्रदेश के कानपुर में रैली में बवाल कराने के लिए रचे गए षड़यंत्र का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं ने रैली के लिए जुटे भाजपा कार्यकर्ताओं को उकसा कर हिंसा भड़काने के लिए हमले का षड्यंत्र रचा था। उत्तर प्रदेश की पुलिस ने भाजपा नेता की गाड़ी पर हमले का वीडियो वायरल होने के बाद मामले की जांच की और इसके लिए CCTV फुटेज खंगाले। पुलिस ने सपा के पाँच नेताओं को हिंसा की साजिश रचने के जुर्म में हिरासत में लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, कानपुर में पीएम मोदी की रैली से कुछ देर पहले कानपुर के नौबस्ता-हमीरपुर रोड के बंबा चौराहे पर सपा नेता, PM मोदी की रैली का विरोध करते हुए उनका पुतला जला रहे थे। सपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि कानपुर मेट्रो की नींव यूपी के पूर्व सीएम और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रखी थी और पीएम मोदी इसका उद्घाटन कर रहे हैं।
इसी दौरान विरोध प्रदर्शन के स्थान पर एक कार पहुँचती है, जिसमें भाजपा का बैनर लगा हुआ था। इस कार को देखकर अखिलेश के कार्यकर्ता उसमें तोड़फोड़ करने लगते हैं। इसमें सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय सचिव सचिन केसरवानी भी शामिल पाए गए हैं। इस घटना का वीडियो भी बनाया जाता है और उसे इंटरनेट पर वायरल किया जाता है। पुलिस ने छानबीन में पाया कि यह कार सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व जिला सचिव और सपा नेता अंकुर पटेल की है और उसने साजिश के तहत अपनी गाड़ी पर भाजपा का ध्वज लगाया था। पुलिस ने बताया कि इस तोड़फोड़ का मकसद रैली में पहुँचे भाजपा के कार्यकर्ताओं को उकसाना था, ताकि PM मोदी की रैली में हिंसा भड़काई जा सके।