वैचारिक धार को प्रमाणिकता से प्रस्तुत करना पत्र-पत्रिकाओं का दायित्व : डॉ. शिवशक्ति नाथ बक्शी

देहरादून। भाजपा लेखन एवं साहित्य प्रकोष्ठ, उत्तराखंड की टीम से भेंट एवं विचार विमर्श के अवसर पर भाजपा प्रदेश मुख्यालय में भाजपा की पत्रिकाओं व प्रकाशन विभाग के राष्ट्रीय प्रमुख डॉ. शिवशक्ति नाथ बक्शी ने कहा कि आज के डिजिटल युग में भी प्रिंट मीडिया की प्रमाणिकता व साख आज भी बनी हुई है। पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित सामग्री ऐतिहासिक दस्तावेज होती है। विचार आधारित पत्रिकाएं बाजारी पत्रिकाओं से अलग होती हैं। भाजपा अपनी विचारधारा को अपनी पत्र पत्रिकाओं के माध्यम से आम जनमानस तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रामाणिक, गम्भीर, निष्ठा व वैचारिक विषयों को आज भी समाज में रेस्पॉन्स मिलता है। वैचारिक धरातल को प्रमुखता देते हुए पार्टी की वैचारिक धार को प्रमाणिकता के साथ प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि हमें पत्र पत्रिकाओं के साथ साथ पेम्फलेट व पाकेट बुक व छोटी पुस्तिका के माध्यम से पार्टी की विचारधारा व नीतियों व कार्यक्रमो से अवगत करा सकते हैं। इंटरव्यू, रिपोर्ताज़, सांस्कृतिक चेतना सम्बन्धी सामग्री को स्थान दे। पार्टी का प्रकाशन आम जनमानस से पहुंचाने का प्रयास करें।

भाजपा के प्रदेश संग़ठन मंत्री अजय जी ने कहा कि देश में साहित्य जगत का एक बहुत बडा वर्ग है, जिनके माध्यम से अपनी बात कही जा सकती है। उनको जोड़ना चाहिए। प्रकाशन प्रकोष्ठ माह में कम से कम एक बैठक आयोजित कर योजनाए तय करे। सरकार व संगठन की नीतियों, कार्यक्रमो की जानकारी पत्र पत्रिकाओं के माध्यम से प्रसारित करे।

उत्तराखंड भाजपा प्रकाशन प्रकोष्ठ प्रमुख श्रीमती विनोद उनियाल ने कहा कि राष्ट्रवाद का एक रास्ता सत्ता की ओर जाता है। सत्ता सेवा का माध्यम है। बैठक में उपस्तिथ व्यक्तियो ने अपने अपने सुझाव रखे।

बैठक में सर्वश्री रामप्रताप मिश्र “साकेती”, डॉ. वी डी शर्मा, तेजराम सेमवाल, नीलम कपरुवान, कमलेश्वरी मिश्रा, उमानरेश तिवारी, महेश चंद्र गुप्ता, डॉ. प्रमोद उनियाल, संजय गुप्ता, अनिल कुमार मिश्रा, सविता जोशी, डॉ. अतुल जोशी, श्रीमती रजनी कुकरेती, श्रीमती इंदुबाला , राज कुमार छाबड़ा आदि उपस्तिथ थे।

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