श्रीनगर। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि का नौंवा दीक्षांत समरोह में छात्र-छात्राएं उपाधि प्राप्त कर खुशी से चहक उठे। गढ़वाल विवि के 9वें दीक्षांत समारोह में 147 पीएचडी, 10 एमफिल तथा 3659 स्नातकोत्तर उपाधियां प्रदान की गई। जबकि उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने पर 60 छात्र-छात्राओं को स्वर्णपदक और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। बुधवार को गढ़वाल विवि केे चौरास परिस स्थित स्वामी मनमंथन प्रेक्षागृह में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल विपिन रावत एंव गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल और गढ़ गौरव लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने संयुक्त रूप दीप प्रज्जवलित कर दीक्षा समारोह का शुभारंभ किया। वहीं, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मुख्य अतिथि ऑनलाइन जुड़े। दीक्षा समारोह को ऑनलाइन सम्बोधित करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि शिक्षा में भारतीयता का समावेश नई शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत हो रहा है।
उन्होने कहा कि नई शिक्षा निति प्राचीन सभ्यता की अभिव्यक्ति नहीं यह संस्कार मूल्यों से युक्त, आधुनिकता से अधारित जीवन शैली है इसकी को देखते हुए नई शिक्षा नीति अपनी भाषा, कला और संस्कृति के लिए प्रोत्साहित करती है और भारत ज्ञान परम्परा को जडो से जुडे रहने की संदेश देती हैं। इस दौरान उन्होने छात्र को मेकिंग इंडिया का संदेश भी दिया। इस मौके पर उन्होेने दीक्षा समारोह मंें उपाधि प्राप्त छात्रों को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने गढ़वाल विवि की प्रगति रिपोर्ट अतिथियों के समक्ष रखी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. योगेंद्र नारायण, कुलसचिव डा. अजय कुमार खण्डूडी, दीक्षा समारोह समन्वयक प्रो. वाईपी रैवानी, मीडिया प्रभारी प्रो. एमएम सेमवाल सहित डीन, शिक्षक सहित छात्र-छात्राएं आदि मौजूद थे।
विवि जागरूक और संवेदनषील नागरिक तैयार करने होगेंःकुलपति
श्रीनगर। दीक्षांत समारोह के अपने सम्बोधन में कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने नई शिक्षा नीति और क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम के कार्यान्वयन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 42 सदस्यों की समिति द्वारा नई शिक्षा नीति (एनईपी) को क्रियान्वित किया जा रहा है। प्रो. नौटियाल ने कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय में 48 से अधिक शोध परियोजनाएं चल रही है, वहीं 2021 में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों और संस्थानों के साथ 05 एमओयू किए है। इसके अलावा संकाय सदस्यों ने शोध पत्रिकाओं में 361 शोध पत्र, पुस्तकों में 130 अध्याय, 27 पुस्तकें और 04 शोध पत्रिकाएं प्रकाशित की तथा संकाय सदस्यों और शोधकर्ता को 05 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट प्राप्त किए हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सही दिशा में अग्रसर है और हमें आगे भी ज्ञानवर्धक और रचनात्मक वातावरण बनाकर विश्वविद्यालय से जागरूक और संवेदनशील नागरिक तैयार करने होगें।
लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी को मानक उपादी
श्रीनगर। दीक्षांत समारोह में गढ़ गौरव लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को संस्कृति एंव लोक संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने पर क्टर ऑफ लैटर्स की उपाधि दी गई। इस मौके पर गढ़ नरेश नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि उनको सम्मानित कर गढ़वाल विवि ने गढ़वाली और पितरों का सम्मान किया है। कहा कि गढ़वाल विवि गढ़वाली भाषा को आगे बढ़ने और प्रचार-प्रसार के लिए भरपूर कोशिश करेंगा। इस मौके पर उन्होने विवि का आभार व्यक्त किया। साथ ही उपाधि प्राप्ति छात्रों को शुभकामनाएं दी।
60 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित
श्रीनगर। जनरल विपिन रावत ने इस दौरान पीजी में करीब 60 छात्र-छात्राओं को गोल्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। जिसमें से 51 छात्राएं शामिल हैं। इसमें विवि से सम्बद्ध 118 कॉलेज और विवि के तीनों परिसरों के टॉपर शामिल हैं।
मानवेंद्र को मिले पांच स्वर्ण पदक
श्रीनगर। बिडला परिसर के संस्कृत के छात्र मानवेंद्र मिश्रा के नाम सर्वाधिक स्वर्ण पदक रहंे। उन्हें पांच स्वर्ण पदक दिये गये। विकास को संस्कृत में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने पर श्री बदरीनाथ केंदारनाथ मंदिर समिति, सावित्रि देवी, श्रीराम प्रपन्नाचार्य संस्कृत ट्रस्ट और डा. डीएन शास्त्री स्मृति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। ऋषिकेश निवासी और बिड़ला परिसर के छात्र मानवेंद्र मिश्रा ने कहा कि आज मेरे लिए गौरव का क्षण है। कहा कि भाषाओं की जननी संस्कृत में गोल्ड़ मैडल प्राप्त करना एक बड़ी उपलब्धि है और सीडीएस के हाथों मैडल मिलने से गौरव की अनुभूति प्राप्त हुई है।