मसूरी। कैम्पटी फाल में एक बार में 50 से ज्यादा पर्यटकों के आने पर प्रशासन के प्रतिबंध के बावजूद शुक्रवार सुबह झील में बड़ी संख्या में पर्यटक उमड़ पड़े। पहले तो कैम्पटी थाना पुलिस ने पर्यटकों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उनके न मानने पर अतिरिक्त पुलिस बुलाने की नौबत आ गई। बाद में प्रशासन व पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए झील का पानी कम कराकर पर्यटकों को बाहर निकाला। साथ ही एक बार में 50 पर्यटकों को आधे घंटे के लिए झील जाने के लिए प्रवेश दिया। कोविड कर्फ्यू में ढील के साथ ही पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कैम्पटी फाल में बढ़ती भीड़ के चलते कोविड-19 की गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। इसे देखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार से एक बार में 50 पर्यटकों को झील में आधे घंटे के लिए जाने का आदेश जारी किया था। लेकिन, इसके उलट पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
कैम्पटी थानाध्यक्ष नवीन जुराल ने बताया कि शुक्रवार को दिनभर में 1200 पर्यटक कैम्पटी फाल पहुंचे। पहले यहां आठ पुलिस कर्मियों की तैनाती थी, जिसे बढ़ाकर 18 कर दिया गया है। पहले दिन व्यवस्था बनाने में दिक्कत आई। शनिवार से टोकन सिस्टम भी लागू किया जाएगा।
पर्यटकों की संख्या नियंत्रित करने के लिए कैम्पटी बाजार में वन विभाग की चौकी के पास चेक पोस्ट बनाया गया है। यहां पर्यटकों से पूछताछ की जा रही है। कैम्पटी फाल में प्रशासन व व्यापारियों की बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि झील को जाने वाले मुख्य मार्ग पर बैरिकेडिंग लगाकर 50 पर्यटकों को एक समय में मुख्य झील भेजा जाएगा। इसके आधे घंटे बाद हूटर बजेगा और पहले गए व्यक्तियों को बाहर निकालकर अन्य 50 व्यक्तियों को झील में भेजा जाएगा।
व्यापार मंडल कैम्पटी के अध्यक्ष सुंदर सिंह रावत ने कहा कि पर्यटकों को कैम्पटी फाल बाजार से पहले ही रोका जाए, जिससे किसी विवाद या जाम की समस्या पैदा न हो। वहीं तहसीलदार मंजू राजपूत ने कहा कि झील को जाने वाले मुख्य मार्ग पर बैरिकेडिंग लगाई गई है। मसूरी में कोई भी पर्यटक अब कोरोना निगेटिव रिपोर्ट (72 घंटे अंतर्गत ) और सिटी पोर्टल पर पंजीकरण करवाए बिना प्रवेश नहीं कर सकेगा। शुक्रवार को कुलड़ी क्षेत्र स्थित एक होटल में एसपी ट्रैफिक स्वप्न किशोर सिंह ने मसूरी होटल एसोसिएशन, मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन, टैक्सी यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि कोविड गाइडलान का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कहा कि विभिन्न संचार माध्यमों से कोरोना गाइडलाइन का संदेश प्रसारित किया जाएगा।