रामनगर : उत्तर प्रदेश इन दिनों ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव का अखाड़ा बना हुआ है। बीडीसी सदस्यों की खरीद-फरोख्त से लेकर उन्हें अपने कब्जे में रखने के लिए प्रत्याशी जितनी ताकत लगा पा रहे हैं लगा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीतने के लिए 47 बीडीसी मेंबरों को रामनगर में गोपनीय तरीके से रखा गया है। इन्हें ढिकुली के अलग-अलग रिसॉर्ट में ठहराया गया है। बीडीसी मेंबरों को किसी से संपर्क न करने की भी सख्त हिदायत दी गई है। शनिवार को उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख पदों के लिए चुनाव शनिवार को होना है। बता दें कि राजनीति के लिहाज से रामनगर क्षेत्र हमेशा मुख्य केंद्र में रहता है। वर्ष 2017 में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस विधायकों को रामनगर के रिसॉर्ट में रखा गया था।
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव हो रहे हैं। जिसमें ब्लॉक प्रमुख के चुनाव भी होने हैं। बीडीसी मेंबर किसी दूसरे के पक्ष में न चले जाएं। ऐसे में ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के लिए रामपुर जिले के टांडा से 47 बीडीसी मेंबरों को बंधक के रूप में ब्लॉक प्रमुख के प्रत्याशियों द्वारा रामनगर लाया गया है। उन्हें ढिकुली के तीन रिसॉर्ट में रखा गया है। सूत्रों की मानें तो बीडीसी मेंबर अपनी मर्जी से रामनगर आए हैं। उन्हें किसी ने जबरन यहां लाकर नहीं रखा है। उनका कहना है कि चुनाव में व्यस्तता व जीत की खुशी मनाने के लिए वह यहां आए हुए हैं। इस मामले में कुछ भी बोलने से पुलिस प्रशासन के अधिकारी बच रहे हैं। कोतवाल अबुल कलाम ने बताया कि किसी तरह की बंधक की कोई सूचना नहीं है। यदि ऐसी कोई शिकायत आएगी तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। एक पुलिस कर्मी ने बीडीसी मेंबरों के ढिकुली में रुकने की बात की पुष्टि की है। उधर होटल एंड रिसॉर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष हरी सिंह मान ने बताया कि रिसॉर्ट में सभी लोग पर्यटक के रूप में आते हैं। ऐसे जबरन किसी को रिसॉर्ट में रखने की बात भ्रामक है।