देश के करीब 4.5 करोड़ डीमैट खाता धारकों का डाटा सार्वजनिक हो जाने की खबर है। एक साइबर सुरक्षा फर्म ने डीमैट खातों की सार-संभाल करने वाली कंपनी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विस लि. (सीडीएसएल) के सर्वरों में खामी पकड़कर करोड़ों निवेशकों की निजी जानकारियां लीक हो जाने का दावा किया है।
चंडीगढ़ स्थित साइबर एक्स-9 के शोधकर्ताओं के मुताबिक, सीडीएसएल के सिस्टम में कमजोरी के चलते 4.39 करोड़ निवेशकों का संवेदनशील निजी और वित्तीय डाटा उजागर हुआ है। इनमें ऐसे निवेशक भी शामिल हैं, जिनकी नेटवर्थ एक हजार करोड़ रुपये के पार है। हालांकि, खुद सीडीएसएल ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया है।
साइबर एक्स-9 के संस्थापक हिमांशु पाठक ने बताया, सीडीएसएल के सर्वर में कमजोरी के कारण सामने आया डाटा साइबर ठग, हमलावर और फिशर्स के लिए सोने की खान सरीखा है, जो शेयर बाजार में हेरफेर और भ्रामक जानकारी प्रसारित करने की फिराक में रहते हैं। पाठक का कहना है, यह संवेदनशील जानकारियां सीडीएसएल की सहायक कंपनी सीडीएसएल वेंचर्स लि. (सीवीएल) के कारण उजागर हुई हैं। सिस्टम में मिली यह गड़बड़ी लोगों के निजी व वित्तीय जानकारियों की देखभाल में भयंकर लापरवाही दर्शाती है, जिसकी अपेक्षा देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी से नहीं की जाती।