देहरादून। प्लाट दिलाने के नाम पर दो अलग-अलग मामलों में आरोपितों ने दो व्यक्तियों से छह करोड़ 21 लाख रुपये हड़प लिए। नेहरू कालोनी व राजपुर थाना पुलिस ने दोनों मामलों में आठ आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पहले मामले में रेसकोर्स निवासी प्रापर्टी डीलर प्रीत महेंद्र ने पुलिस को बताया कि 23 फरवरी 2020 को उन्होंने प्रतिमा प्रसाद निवासी अजबपुर कलां के साथ एक प्लाट का अनुबंध किया था। इसके बदले उन्होंने प्रतिमा प्रसाद व उनके पति योगेंद्र प्रसाद के बैंक खातों में 26 फरवरी तक अलग-अलग किस्तों में पांच करोड़ 78 लाख रुपये डाल दिए। इसके बाद प्रीत महेंद्र ने प्लाट पर निर्माण कार्य करवाना शुरू करवा दिया। चार मई 2020 को प्रतिमा प्रसाद का निधन हो गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि प्लाट की रजिस्ट्री करवाने के लिए वह योगेंद्र प्रसाद से मिले। इस दौरान योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि पहले प्लाट वह अपने नाम ट्रांसफर करवाएंगे, इसके बाद ही आगे ट्रांसफर कर सकेंगे।
22 अप्रैल 2021 को योगेंद्र प्रसाद की भी मृत्यु हो गई। शिकायतकर्ता ने 26 अप्रैल को योगेंद्र प्रसाद के बेटे अश्वनी कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि पहले प्लाट को वह अपने नाम करवा रहे हैं, इसके बाद उनके नाम पर ट्रांसफर करवा देंगे। शिकायतकर्ता ने 24 जुलाई को दोबारा अश्वनी कुमार व उनकी बहन अर्चना से संपर्क किया तो उन्होंने गाली-गलौज की। कुछ दिन बाद प्रदीप व संदीप नाम के व्यक्ति प्लाट की नपाई कर रहे थे। पीडि़त ने जब उनसे प्लाट की नपाई करने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि वह एक फाइनेंस कंपनी से हैं। प्लाट बैंक के पास गिरवी है और सवा सात करोड़ रुपये की देनदारी शेष है। इंस्पेक्टर नेहरू कालोनी सतबीर बिष्ट ने बताया कि आरोपितों ने षड्यंत्र के तहत बेचे गए प्लाट को बैंक में गिरवी रखकर ऋण ले लिया। इस मामले में आरोपित अश्वनी कुमार निवासी ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश, अर्चना निवासी नोएडा उत्तर प्रदेश, प्रदीप निवासी दिल्ली और संदीप निवासी देहरादून के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।