अगर आप किसी खास मौके को सेलिब्रेट करने के लिए बाहर खाने का मन बना रहे हैं तो सावधान हो जाइये! दून की ऊंची दुकानों के पकवान शुद्धता व स्वच्छता की कसौटी पर ‘फीके’ हैं। यह बात खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में सामने आई है। वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेंद्र पांडेय के नेतृत्व में विभागीय टीम ने बुधवार को दून व मसूरी क्षेत्र मे अलग-अलग स्थानों पर अभियान चलाया। टीम ने सबसे पहले मसूरी रोड स्थित दून दरबार रेस्टोरेंट पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान रेस्टोरेंट में रखे गए खाद्य पदार्थों की जांच की गई।
यहां पर टीम को किचन में रखे गए दो कैरेट सड़े टमाटर मिले। साथ ही वेज-नानवेज वेस्ट भी पड़ा मिला, जिन्हें मौके पर ही डस्टबिन में डलवाकर और फिनायल डालकर नष्ट किया गया। रेस्तरां संचालक को सख्त हिदायत दी गई कि भविष्य में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता में इस तरह की कमी मिली तो कानूनी कार्वाई की जाएगी।
सफाई व्यवस्था पर प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
हरिद्वार जिले में कलियर के सालाना उर्स में प्रशासन साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दे रहा है।
जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे है, इसकी वजह जायरीनों के साथ ही स्थानीय ग्रामीण परेशान हैं। गंदगी के अंबार से मेला क्षेत्र पटा हुआ है। अभी तक कीटनाशक का छिड़काव भी नहीं हो सका है। इसकी वजह से महामारी फैलने का खतरा बना हुआ है। इस संबंध में स्थानीय निवासियों ने भी मेला प्रशासन से शिकायत की है। रेस्तरां में प्रयुक्त किए जा रहे पनीर का सैंपल भी टीम ने लिया है। इसके बाद टीम ने मोहब्बेवाला स्थित अशोक मसाला की फैक्ट्री से मिर्च और हल्दी के सैंपल लिए। इन सैंपल को जांच के लिए रुद्रपुर स्थित प्रयोगशाला भेजा गया है। जिला अभिहित अधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि खाद्य पदार्थों में मिलावट, गुणवत्ता, स्वच्छता आदि की जांच को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान त्योहार विशेष नहीं बल्कि अब नियमित रूप से चलेगा।