नई दिल्ली। महंगाई पर विपक्ष के बढ़ते हमलों का सरकार ने आंकड़ों के साथ जवाब दिया है। सरकार ने कहा है कि पिछले साल की तुलना में आलू, प्याज और टमाटर की कीमतें अभी भी कम हैं। प्याज की कीमत को कम करने के लिए उसका बफर स्टाक जारी किया गया है और आलू एवं टमाटर की कीमतों को भी नीचे लाने का प्रयास किया जा रहा है। उपभोक्ता मामलों के विभाग ने एक बयान में कहा है कि अगस्त के आखिरी हफ्ते से प्याज के बफर स्टाक को चरणबद्ध तरीके से बाजार में जारी किया जा रहा है। पहले खरीदे गए प्याज को पहले बाजार में जारी किया जा रहा है। उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं जन वितरण मंत्रालय की तरफ से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक बफर स्टाक जारी करने के परिणाम स्वरूप दिल्ली में 14 अक्टूबर को प्याज 44 रुपये किलो बिका और मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में इसका मूल्य क्रमश: 45 रुपये, 57 रुपये और 42 रुपये प्रति किलोग्राम रहा। 14 अक्टूबर को पूरे देश में प्याज का औसत खुदरा भाव 37.06 रुपये प्रति किलोग्राम रहा और थोक कीमत 30 रुपये प्रति किलोग्राम। इसी तरह मंत्रालय ने बताया कि प्याज की तरह ही आलू और टमाटर की कीमतों को भी कम स्तर पर बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली में आलू और टमाटर का खुदरा भाव क्रमश: 20 रुपये और 56 रुपये प्रति किलोग्राम है। जबकि, आलू और टमाटर का अखिल भारतीय खुदरा मूल्य क्रमश: 21.22 रुपये और 41.73 रुपये प्रति किलो है। जबकि, आलू का थोक मूल्य 1,606.46 रुपये प्रति क्विंटल और टमाटर का 3,361.74 रुपये प्रति क्विंटल है।
एक साल पहले दिल्ली में आलू, प्याज और टमाटर की कीमतों क्रमश: 37 रुपये, 43 रुपये और 45 रुपये प्रति किलोग्राम थी। इसी तरह एक साल पहले मुंबई में आलू, प्याज और टमाटर का खुदरा मूल्य क्रमश: 43 रुपये, 63 रुपये और 41 रुपये प्रति किलोग्राम था।
बढ़ती कीमतों को थामने की कोशिश
विज्ञप्ति के मुताबिक बफर स्टाक उन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जारी किया गया जहां कीमतें ज्यादा थीं या तेजी से बढ़ रही थीं। 12 अक्टूबर तक दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ, पटना, रांची, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, मुंबई, चंडीगढ़, कोच्चि और रायपुर जैसे बड़े बाजारों में कुल 67,357 टन प्याज जारी किया गया। इसके अलावा कम गुणवत्ता वाले प्याज यानी ग्रेड-बी को महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात के स्थानीय बाजारों में जारी किया गया।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कम कीमत की पेशकश
मंत्रालय ने कहा है कि बाजार में बफर स्टाक जारी करने के साथ ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी स्थानीय स्टोरेज से 21 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से प्याज का बफर स्टाक उठाने का प्रस्ताव किया गया। कीमतों को स्थिर करने के लिए सरकार ने अन्य सरकारी एजेंसियों को भी 21 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज देने की पेशकश की। ढुलाई भाड़ा मिलाकर सफल को 26 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज देने की पेशकश की गई।
प्याज का बफर स्टाक लक्ष्य से ज्यादा
विज्ञप्ति के मुताबिक इस साल अप्रैल से जुलाई के बीच रवि की फसल से वर्ष 2021-22 के लिए प्याज का बफर स्टाक 2.08 लाख टन बनाया गया है। जबकि, लक्ष्य दो लाख टन बफर स्टाक बनाने का था।