शारदीय नवरात्र की अष्टमी आज, सूर्योदय से दोपहर 12 बजे तक रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त

 देहरादून।  शारदीय नवरात्र की अष्टमी आज, जबकि नवमी कल यानी गुरुवार को मनाई जाएगी। इसके चलते मंगलवार को बाजारों में खरीदारी के लिए खूब भीड़ उमड़ी। आमजन ने पूजा, खाद्य सामग्री और कन्याओं के लिए उपहार आदि खरीदे। वहीं जमकर हो रही बिक्री से दुकानदारों के चेहरे भी खिले नजर आए।

नवरात्र पर अष्टमी और नवमी पूजन का विशेष विधान है। प्रतिपदा से व्रत रखने वाले लोग अष्टमी तो कुछ नवमी पूजते हैं। जिसमें कंचक का पूजन किया जाता है। मंगलवार सुबह से लेकर शाम तक हनुमान चौक, सहारनपुर चौक, पलटन बाजार, करनपुर बाजार, धर्मपुर, प्रेमनगर बाजार आदि जगहों पर दुकानों में खरीदारों की भीड़ रही। देर शाम तक लोग बर्तन, कपड़े, पूजा और फलों की दुकानों से माता की चुनरी, नारियल, फल, कन्याओं के देने के लिए टिफिन बाक्स, प्लेट, थाली, ग्लास और खाद्य सामग्री की खरीदारी करते दिखाई दिए। सहारनपुर चौक पर पूजा की दुकान चलाने वाले नीरज बताते हैं कि इस महीने से कई पर्व व शुभ कार्य होंगे। आने वाले दिनों में भी अच्छे कारोबार की उम्मीद है।

शारदीय नवरात्र की अष्टमी पर आज महागौरी की पूजा के साथ ही धार्मिक अनुष्ठान होंगे। इसके अलावा व्रती कंचक पूजन कर उन्हें हलवा, पूरी, चने का भोग लगाएंगे। आचार्य डा. सुशांत राज के मुताबिक सूर्योदय से दोपहर 12 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा। इसके अलावा नवमी को व्रत उदयातिथि में रखा जाएगा। पूजा का शुभ मुहूर्त गुरुवार को सूर्योदय से 12:30 बजे तक रहेगा। उन्होंने बताया कि घर और मंदिर में जाकर भी कन्याओं का पूजन किया जा सकता है। शास्त्रों के अनुसार दो से 10 वर्ष तक की कन्याओं को कंचक पूजा के लिए आमंत्रित करें, इन कन्याओं के साथ एक बालक भी जरूरी माना जाता है।

शारदीय नवरात्र में भक्तों ने दुर्गा के सप्तम रूप मां कालरात्रि की आराधना कर रोग, दोष से मुक्ति और सुख-समृद्धि की कामना की। वहीं इस मौके पर शहर के मंदिरों में दुर्गा सप्तशती का पाठ व भजन संध्याएं आयोजित की गई। सुबह से शाम तक मंदिरों में श्रद्धालुओं की आवाजाही का क्रम बना रहा।

देहरादून के सहारनपुर चौक स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में सतीश मस्ताना झंकार जागरण पार्टी ने आ मां आ तुझे दिल ने पुकारा., चलो बुलावा आया है., मेरी मां का चोला है रंग लाल. जब मेला मैया का लगता है आदि भजनों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर दिगंबर दिनेश पुरी, दिगंबर भागवत पुरी, भारत भूषण भट्ट, विनोद असवाल, शैलेंद्र, संजय गर्ग आदि रहे। वहीं, अंसारी मार्ग स्थित मां कालिका मंदिर में पंडितों ने प्रतिमा की विधिविधान से पूजा की। लक्ष्मी पूजन, नवग्रह पूजन, दुर्गा चालीसा के बाद सामूहिक आरती हुई। इस मौके पर ट्रस्टी गगन सेठी, मंदिर समिति के प्रधान नरेश मैनी, मंत्री अशोक लांबा, दीपक बिष्ट, शशि तलवार आदि रहे।

दुर्गा महोत्सव के तहत सजे पांडालों में आरती और भजनों पर श्रद्धालु खूब झूम रहे हैं। महोत्सव के दूसरे दिन सुबह और शाम पूजा-पाठ कर भक्तों ने सुख-समृद्धि की कामना कर माता का आशीर्वाद लिया। अश्विन मास की षष्ठी से चार दिवसीय दुर्गा महोत्सव शुरू हो चुका है। देहरादून दुर्गाबाड़ी समिति ने बिंदाल, उत्तरायण कालीबाड़ी दुर्गा पूजा समिति ने आराघर, बंग भारती क्लब ने रायपुर, यंग ब्वायज क्लब ने करनपुर, बंगाली लाइब्रेरी पूजा समिति ने करनपुर में पांडाल सजा रखे हैं। जिसमें दुर्गा, गणोश, कार्तिक, सरस्वती और लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित की गई हैं। मंगलवार को रंग विरंगी लाइट और फलों से सजे पांडालों में भजन और सामूहिक आरती में शामिल हुए भक्तों ने माता का गुणगान किया। बंगाली लाइब्रेरी पूजा समिति के आयोजक आलोक चक्रवर्ती ने बताया कि करनपुर में इस बार भक्तों में भी पूजा को लेकर खासा उत्साह है। उन्होंने बताया कि इस बार भक्त पुष्प टोकरी में चढ़ा रहे हैं, जिसे बाद में समिति के सदस्य एकसाथ माता के चरणों में अर्पित कर रहे हैं। माता की चौकी में भक्तों ने विधिवत पूजा की। देहरादून दुर्गाबाड़ी समिति के सचिव रमेश मोदक ने बताया कि भक्त पांडाल में पहुंचकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। संस्था के फेसबुक पेज पर कलाकारों की प्रस्तुति को दिखाया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *