कवर्धा हिंसा मामला: सांसद संतोष पांडेय ने कहा- सिर्फ बीजेपी वालों को टारगेट कर रही पुलिस

छत्तीसगढ़ । छत्तीसगढ़ में हाल ही में कवर्धा हिंसा मामले को लेकर राजनीति बढ़ती जा रही है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भाजपा सांसद संतोष पांडे ने आरोप लगाया कि राज्य पुलिस केवल भाजपा के लोगों को “टारगेट” कर रही है। भाजपा सांसद ने कहा कि मैं किसी हिंसा में शामिल नहीं था। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि मेरे खिलाफ कोई सबूत दिखाएं। पुलिस सिर्फ बीजेपी वालों को टारगेट कर रही है। यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी की जगह ‘पुलिस कांग्रेस कमेटी’ है। पांडेय ने कहा, ”दो समुदायों के बीच हुई घटना में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की जा रही है, यह गलत है और रवींद्र चौबे जी को भी जवाब देना होगा और वीडियो फुटेज देखना होगा। उन्हें बिना तथ्यों के बात नहीं करनी चाहिए। कोई बाहरी व्यक्ति कवर्धा नहीं आया था।

छत्तीसगढ़ के कवर्धा शहर में मंगलवार को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सांसद संतोष पांडेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह समेत पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। कवर्धा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को शहर में दक्षिणपंथी संगठनों की रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह, राज्य में भाजपा के सचिव विजय शर्मा और कुछ अन्य पार्टी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन भाजपा नेताओं ने कथित रूप से रैली में हिस्सा​ लिया था।

भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर कवर्धा घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में भाजपा ने कहा, ‘‘कवर्धा (कबीरधाम) जिला शुरू से राजनीतिक और सामाजिक सौहार्द्र का केंद्र रहा है। विगत दो-तीन वर्षों से एक स्थान विशेष (लोहारा चौक) में जान-बूझकर सामाजिक सौहार्द्र और समरसता बिगाड़ने की कोशिश हो रही है।’’ ज्ञापन में कहा गया है,‘‘हाल में जो अप्रिय घटना घटित हुई है, उसके समाधान के लिए प्रशासन ने शांति पूर्वक चर्चा कर हल नहीं निकाला, बल्कि एक वर्ग विशेष के लोग हथियार लेकर घूमते रहे और पथराव करते रहे। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।’’ ज्ञापन में कहा गया कि जबकि दूसरे वर्ग के लोगों के साथ ‘‘बर्बरतापूर्वक मारपीट की गई और बिना किसी जांच के मुकदमा बनाकर उन्हें जेल में डाल दिया’’ गया। भाजपा ने राज्यपाल से घटना की न्यायिक जांच कराने, जेल में बंद लोगों की रिहाई कराने तथा घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।

छत्तीसगढ़ के कवर्धा शहर में हिंदू संगठनों की एक रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है। कवर्धा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ हिंदू संगठनों की एक रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद कवर्धा शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर में भीड़ ने घरों और दुकानों पर पथराव किया है। भीड़ को तितर-बितर करने के प्रयास में कुछ पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई है। उन्होंने बताया कि राजधानी रायपुर से करीब 126 किलोमीटर दूर स्थित कबीरधाम जिले के मुख्यालय कवर्धा में धार्मिक झंडे को हटाने को लेकर रविवार को दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी।

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