उत्तराखंड परिवहन निगम समेत पांच राज्यों ने जताई आपत्ति, दुर्घटना बढ़ने का बताया खतरा

देहरादून। कश्मीरी गेट, सराय काले खां व आनंद विहार स्थित अंतरराज्यीय बस अड्डा (आइएसबीटी) दिल्ली में बसों के प्रवेश से लेकर यात्री बैठाने व निकास तक 25 मिनट की समय-सीमा तय किए जाने के आदेश को लेकर विवाद छिड़ गया है उत्तराखंड परिवहन निगम समेत उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान व जम्मू-कश्मीर परिवहन निगम ने दिल्ली सरकार को पत्र भेजकर इस आदेश पर आपत्ति जताई है।

पत्र में तर्क दिया गया है कि इन राज्यों की लंबी दूरी की बसें दिल्ली आती हैं। इस अल्प अवधि में चालक को न तो विश्राम मिलेगा और न ही यात्रियों को बैठाने का पर्याप्त समय मिलेगा। चालकों को विश्राम न मिलने से बसों की दुर्घटना का खतरा भी कई गुना बढ़ जाएगा।

राज्य परिवहन प्राधिकरण दिल्ली के विशेष आयुक्त की ओर से सभी राज्यों के परिवहन निगम को बुधवार को एक पत्र जारी किया गया, जिसमें आइएसबीटी कश्मीरी गेट, आनंद विहार व सराय काले खां में बसों के प्रवेश से लेकर निकास तक की समयावधि 25 मिनट निर्धारित करने की बात कही गई है।

इसके साथ बसों के पार्किंग शुल्क में वृद्धि करते हुए समयावधि के बाद पार्किंग पर भारी जुर्माना राशि लगाने का जिक्र भी पत्र में किया गया है। यही नहीं, आनंद विहार व सराय काले खां आइएसबीटी पर बसों के रात्रि विश्राम की सुविधा भी बंद कर दी गई हे।

ऐसे में अन्य राज्यों के परिवहन निगम प्रबंधनों में नाराजगी है। उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालन) सीपी कपूर ने बताया कि यह आदेश एकतरफा है और दिल्ली सरकार की ओर से अन्य राज्यों के परिवहन निगमों से इस संबंध में पूर्व में चर्चा तक नहीं की गई।

इस आदेश को लेकर दिल्ली आइएसबीटी पर नियुक्त उत्तराखंड परिवहन निगम के सहायक महाप्रंबधक, उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, राजस्थान परिवहन निगम के मुख्य प्रबंधक समेत हरियाणा परिवहन विभाग के उड़नदस्ता अधिकारी व जम्मू-कश्मीर परिवहन निगम के क्षेत्रीय अधिकारी ने संयुक्त आपत्ति पत्र दिल्ली सरकार के विशेष आयुक्त परिवहन को भेजा है।

जिसमें बताया गया कि पूर्व की व्यवस्था के अनुसार लंबी दूरी की बसों को 50 मिनट से एक घंटे तक आइएसबीटी में विश्राम समय निर्धारित किया गया था। इसमें चालक को विश्राम के साथ ही परिचालक को यात्री बैठाने में भी असुविधा नहीं होती थी लेकिन नए आदेश से चालक को पांच मिनट का भी विश्राम नहीं मिलेगा।

आपत्ति पत्र में बताया गया कि बसों को आइएसबीटी में प्रवेश द्वार से प्लेटफार्म तक पहुंचने में ही 10 से 15 मिनट लग जाते हैं ओर बाहर आने में भी इतना ही समय लगता है। ऐसे में 25 मिनट की अल्प अवधि में निश्चित की बसों की दुर्घटना में वृद्धि होने की आशंका बनी रहेगी। साथ ही बसों को यात्री नहीं मिलेंगे व आनलाइन टिकट बुकिंग करने वाले यात्रियों की बस छूटने की संभावना भी बनी रहेगी।

बसों का पार्किंग शुल्क भी बढ़ाया

दिल्ली सरकार ने आइएसबीटी में बसों का पार्किंग शुल्क भी बढ़ा दिया है। पत्र में बताया गया कि शून्य से 25 मिनट तक बसों का पार्किंग शुल्क 500 रुपये व जीएसटी अतिरिक्त होगा। इसके बाद पांच-पांच मिनट की देरी पर क्रमश: 50 रुपये, 200 रुपये, 250 रुपये, 300 रुपये, 350 रुपये जुर्माना व जीएसटी अतिरिक्त वसूल किया जाएगा।

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