वाराणसी। विश्वनाथ धाम से बाबा वैजनाथ (देवघर) धाम का रिश्ता मजबूत करने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस सात घंटे 10 मिनट में सफर पूरा करेगी। देवघर जंक्शन से वाराणसी जंक्शन के बीच की 457 किमी. दूरी पूरा करने में वंदे भारत एक्सप्रेस का चार रेलवे स्टेशन पर वाणिज्यिक (जिस स्टेशन से यात्री चढ़ते और उतरते हैं) ठहराव होगा। 15 सितंबर से ट्रेन का शुरू होने के दृष्टिगत रेलवे बोर्ड ने ट्रेन के मार्ग निर्धारण पर मुहर लगा दी है।
अब 20 कोच वाली वंदे भारत सुबह जाएगी दिल्ली
वाराणसी से सुबह नई दिल्ली जाने वाली 16 कोच की 20415 वंदे भारत अब 20 कोच की होगी। 15 सितंबर को नए वर्जन की वंदे भारत (20 कोच) रैक का प्रधानमंत्री आनलाइन शुभारंभ करेंगे। दिन में 11 बजे प्रधानमंत्री के हरी झंडी दिखाते ही वंदे भारत रवाना होगी तो उसका सफर प्रयागराज तक होगा।
नई रैक को अगले दिन जनता को समर्पित करने के लिए सिस्टम को अपग्रेड करने का काम चल रहा है। इसलिए यह स्पष्ट नहीं कि 16 दिसंबर से ही वंदे भारत की नई रैक चलने लगेगी। रेल अधिकारियों के मुताबिक बनारस से चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (20 कोच) देश की पहली रैक होगी।
उद्घाटन के लिए एडीआरएम लालजी चौधरी और स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित ने मंगलवार को कैंट रेलवे स्टेशन मातहत अधिकारियों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई। 15 सितंबर को ही देवघर से ही लौटने वाली ट्रेन का स्वागत भी किया जाएगा।
वाराणसी-देवघर के बीच इन स्टेशनों पर रुकेगी
-पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू)।
-गया जंक्शन।
-नवादा
-जसीडीह जंक्शन।
नंबर गेम
-22499 बनकर देवघर से वाराणसी आएगी वंदे भारत।
-22500 बनकर वाराणसी से देवघर जाएगी वंदे भारत।