भराड़ीसैंण विधानसभा में 500 करोड़ से प्रदेश की भाजपा सरकार को गिराने के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के बयान से प्रदेश की सियासत गरमा उठी है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने सरकार गिराने की साजिश वाले बयान को बेहद गंभीर बताया है।
उनका कहना है कि इस मामले की हर हाल में जांच होनी चाहिए। सोशल मीडिया पर निशंक की प्रतिक्रिया खूब वायरल हो रही है। इस मामले में विपक्ष ने उमेश कुमार पर तंज किया है कि धामी सरकार के गिराने की साजिश को लेकर उमेश कुमार क्यों परेशान हैं।
बहरहाल, इस मसले पर सियासी हलकों में चर्चा गरम है। डॉ. निशंक का कहना है कि विधानसभा का सदन कोई नुक्कड़ नहीं कि वहां बिना प्रमाणिकता के कोई भी बात कह दी जाए। सदन की गरिमा है और यदि यह बात कही है तो इसमें सत्यता होगी। इसलिए इसकी गंभीरता को समझना चाहिए।
चुनी सरकार को गिराने की कोशिश
प्रदेश की जनता को यह जानने का अधिकार है कि आखिर सरकार गिराने की साजिश के पीछे कौन है? यह बात कहां से आई, क्यों और आई? लोकतंत्र के लिए इससे खतरनाक बात कोई और नहीं हो सकती है कि एक चुनी सरकार को गिराने की कोशिश हो रही है। इसका खुलासा होना चाहिए। चूंकि यह बयान सदन में दिया गया है तो विधानसभा अध्यक्ष को भी इसका संज्ञान लेना चाहिए।
मैंने बहुत जिम्मेदारी से इस सवाल को उठाया : उमेश कुमार
उधर, निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने फेसबुक पर लिखा कि 500 करोड़ में सरकार गिराने की साजिश के सूत्र के बारे में पूछ रहे हो तो सुनो….. तुम क्या चाह रहे हो? सूत्र की हत्या हो जाए? मैं तो दावे के साथ इस बात को कह रहा हूं कि सरकार इसकी जांच कराएगी तो कई चेहरे बेनकाब हो जाएंगे। जिस सवाल को लेकर आपके मन में कुलबुलाहट हो रही है कि उमेश कुमार को सपना आया? उमेश कुमार को कैसे पता? तो आपको बता दूं कि मैंने बहुत जिम्मेदारी से इस सवाल को उठाया है।