देहरादून। ऑर्थोटिक्स एंड प्रोस्थेटिक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ओपीएआई) ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ऑन ड्यूटी रेजिडेंट डॉक्टर की मानवीय और नृशंस हत्या की कड़ी निंदा और गहरा दुख व्यक्त किया है।
हम स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा का दृढ़ता से समर्थन करते हैं और विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता का आग्रह करते हैं। इस प्रकार के क्रूर कृत्य न केवल अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों के जीवन को खतरे में डालते हैं, बल्कि जीवन रक्षक पेशेवरों के कार्य प्रवाह को भी हतोत्साहित करते हैं। हमारी एसोसिएशन पुरजोर अपील करती है कि इस प्रकार के जघन्य अपराधों और अपराधियों को मृत्युदंड के दायरे में आना चाहिए।
देहरादून से डॉ विजय कुमार नौटियाल ने ऑर्थोटिक एवं प्रोस्थेटिक् संगठन की तरफ से इस घटना की कड़े से कड़े शब्दों में विरोध प्रदर्शन किया
इसके साथ ही हम इस तरह के अत्याचार की निंदा करने में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ दृढ़ता से खड़े हैं और 17 अगस्त 2024 को डॉक्टरों द्वारा राष्ट्रव्यापी 24 घंटे निकासी सेवाओं का पूरा समर्थन करते हैं। हमें विश्वास है कि इस प्रकार की नॉन-स्टॉप हिंसा और असुरक्षा के खिलाफ यह मौन विरोध बेहद शक्तिशाली होगा। देश भर के स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों द्वारा।
ओपीएआई का मानना है कि राष्ट्रव्यापी विरोध निश्चित रूप से नीति निर्माताओं और सरकारी अधिकारियों का ध्यान इस तरह के अत्याचारों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की ओर आकर्षित करेगा और वास्तविक अपराधी को कड़ी सजा दी जा सकेगी।