पौड़ी। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने बीस सूत्रीय कार्यक्रम में खराब स्थिति पर नाराजगी जताते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
इतना ही नहीं, बैठक में शामिल न होने तथा जिला योजना में आवंटित धनराशि के सापेक्ष कम ही व्यय किए जाने पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी का वेतन रोकने के निर्देश भी दिए।
कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में डॉ. चौहान ने जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, अधिशासी अभियन्ता विद्युत, जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा प्रतिभाग न करने पर स्पष्टीकरण तलब किया।
जिलाधिकारी ने खराब स्थिति को लेकर सख्त हिदायत
समीक्षा के दौरान उन्होंने प्रशिक्षु आईएएस दीक्षिका जोशी की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स समिति के गठन के निर्देश दिये ताकि नियमित रूप से योजनाओं की समीक्षा हो लोक निर्माण विभाग की जिला योजना में व्यय की खराब स्थिति को लेकर जिलाधिकारी ने सख्त हिदायत देते हुए 15 दिन के भीतर वित्तीय प्रगति लाने के निर्देश दिये।
राजकीय सिंचाई, जल संस्थान, वन विभाग, सिंचाई, कृषि विभाग को लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति लाने को कहा है। बैठक में अर्थ एवं संख्या विभाग द्वारा योजनाओं की वित्तीय प्रगति के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिला सेक्टर योजना में जुलाई माह में अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष व्यय प्रतिशत 3.68, राज्य सैक्टर योजना में 54.72 प्रतिशत जबकि केन्द्र पोषित योजना में 76.77 प्रतिशत धनराशि व्यय की जा चुकी है।
बैठक में ये लोग रहे शामिल
बैठक में जिला विकास अधिकारी मनविन्दर कौर, जिला प्रोबेशन अधिकारी देवेन्द्र थपलियाल, प्रभारी मुख्य शिक्षाधिकारी नागेन्द्र बर्तवाल, ईई जल संस्थान एसके रॉय, ईई लोनिवि दिनेश बिजल्वांण, मत्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा, अपर संख्याधिकारी वीरेन्द्र आदि शामिल रहे।