देहरादून। प्रदेशभर में मानसून की वर्षा का दौर कुछ धीमा पड़ा है। रविवार को अधिकांश जनपदों में बादलों के बीच धूप खिली रही। जबकि देहरादून में रात आठ बजे से कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश से जलभराव की स्थिति रही।
मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि सोमवार को देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, ऊधम सिंह नगर जनपदों में कहीं-कहीं एक से दो दौर की भारी वर्षा हो सकती है। इन जनपदों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी आदि जनपदों में बादल छाये रहने और कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने की संभावना है।
अगले चार दिन तक नहीं बदलेगा मौसम का मिजाज
मौसम का यह मिजाज अगले चार दिन तक इसी प्रकार रहने की संभावना है। इस दौरान देहरादून का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक 35.0 व न्यूनतम तापमान सामान्य से दो अधिक 25.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
पंतनगर का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 36.2 और न्यूनतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 17.2 डिग्री सेल्सियस रहा। टिहरी का अधिकतम तापमान 26.9 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 19.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
उधर, कुमांऊ मंडल के उच्च हिमालयी व्यास घाटी में आदि कैलास मार्ग पर नाबी और कुटी के बीच नाहल में भारी वर्षा हुई। जिससे नाहल नाला ऊफान पर आ गया और कुछ मीटर सड़क बह गई। बीआरओ द्वारा क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। सोमवार तक सड़क खुलने की संभावना है। मार्ग बंद होने से कुटी, ज्योलिंगकोंग सड़क बंद है।
शनिवार रात्रि और रविवार को निचले क्षेत्रों में बारिश से राहत मिली। मौसम के सुधरने के बाद धारचूला-तवाघाट-लिपुलेख मार्ग और तवाघाट-सोबला-दारमा मार्ग यातायात के लिए खुल चुके हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार को कुमाऊं के तीन और गढ़वाल के दो जनपदों में कहीं-कहीं एक-दो बार भारी वर्षा हो सकती है।