हरिद्वार। गंगा दशहरा पर श्रद्धालुओं का ऐसा सैलाब उमड़ा कि हरिद्वार-दिल्ली हाईवे और शहर छोटा पड़ गया। मंगलौर के नारसन बार्डर से लेकर हरिद्वार तक हाईवे पर भीषण जाम लगा रहा। यातायात व्यवस्था सुचारु करने के लिए रुड़की के नगला इमरती से वाहनों को लक्सर की तरफ डायवर्ट कर हरिद्वार भेजा गया। इसके बावजूद हरिद्वार में भीड़ का दबाव कम नहीं हुआ।
जाम से बचने के लिए यात्रियों ने पुलिस के रोकने-टोकने के बावजूद अपने वाहन शहर के अंदर दाखिल कर दिए, जिससे यात्री श्रद्धालुओं के अलावा स्थानीय निवासियों को भी भारी दिक्कत उठानी पड़ी। हाईवे पर रविवार रात यानि 24 घंटे बाद तक भी रुक-रुककर वाहन लग रहा था और भारी भीड़ के चलते वाहन रेंग-रेंगकर चलते नजर आ रहे थे।
गंगा दशहरा पर एक दिन पहले ही हरिद्वार में लाखों की भीड़ पहुंच गई। रविवार को दिन भर यात्रियों के हरिद्वार पहुंचने का सिलसिला चलता रहा। जिससे धर्मनगरी पूरी तरह पैक हो गई। हरकी पैड़ी के आस पास अपर रोड, मोती बाजार, बड़ा बाजार, खड़खड़ी जैसे इलाकों में दम घुटने से जैसे हालात बने रहे। पुलिस को भीषण गर्मी के बीच यातायात सुचारु करने में मशक्कत उठानी पड़ रही है।
हरिद्वार: गंगा दशहरा पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी हरिद्वार पहुंचने वाली भीड़ का अंदाजा नहीं लग पाए। यही वजह है कि भीड़ प्रबंधन और यातायात व्यवस्था सुचारू रखने को किए गए सारे इंतजाम ध्वस्त हो गए। हालात ऐसे रहे कि दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर 24 घंटे बीतने पर भी वाहनों का दबाव कम नहीं हुआ। बल्कि स्थिति और बद से बदतर हो गई। इसका एक बड़ा कारण यह है कि संभावित भीड़ को नजर अंदाज किया गया और अनुमानित संख्या व आवश्यकता के अनुसार प्लान नहीं बनाया गया।