केदारनाथ में दर्शनार्थियों की संख्या 7 लाख 10 हजार से अधिक पहुंच गई है। धाम में लागातार श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। वहीं चारधाम यात्रा पर आज से प्रतिदिन चार हजार यात्री भेजे जाएंगे। बृहस्पतिवार को चार हजार यात्रियों का पंजीकरण किया गया। साथ ही अन्य चार हजार श्रद्धालुओं को अगले दिन के पंजीकरण के लिए टोकन दिए गए।
चारधाम यात्रा के दौरान अन्य धामों की तुलना केदारनाथ में तीन गुने तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में शुरुआती 25 दिनों में यहां तीर्थयात्रियों की संख्या दोगुनी बढ़ी है। बीते 25 दिनों में चारों धामों में 16.5 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 10,88 लाख के करीब था।
गत 10 मई को गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का आगाज हुआ। शुरुआती दिनों में ही यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का हुजूम उमड़ पड़ा था। स्थिति यह रही कि धामों में क्षमता से अधिक तीर्थयात्रियों के पहुंचने पर प्रशासन को ऋषिकेश व हरिद्वार में ही लोगों को रोकना पड़ा था। चारधाम यात्रा के दौरान सबसे अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंच रहे हैं। यहां शुरुआती 25 दिनों 6,48,234 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 3,24,684 था।
धाम वर्ष 2023 2024
यमुनोत्री 177907 297053
गंगोत्री 196283 289539
केदारनाथ 389782 648234
बदरीनाथ 324684 421039
पंजीकरण स्लॉट फुल
चारधाम यात्रा के लिए एक जून से पुनः ऑफलाइन पंजीकरण शुरू किए गए थे। पहले दिन केवल 1,500 यात्रियों का स्लॉट था। अगले दिन के लिए इतने ही यात्रियों को टोकन जारी किए गए। इससे ऋषिकेश में तीर्थयात्रियों का बैकलॉग शुरू हो गया। स्थिति यह बनी कि टोकन पाने वाले कई यात्री खड़े ही रह गए और पंजीकरण का 1,500 स्लॉट फुल हो गया। खाली हाथ रहे तीर्थयात्रियों ने आईएसबीटी के गेट पर लगातार दो दिन विरोध किया। पुलिस के समझाने पर किसी तरह स्थिति सामान्य हुई।
मुख्यमंत्री ने हरिद्वार ट्रांजिट कैंप में निरीक्षण के बाद 4 जून से ऋषिकेश व हरिद्वार में चार-चार हजार यात्रियों के पंजीकरण के निर्देश दिए।निर्देश के बाद ऋषिकेश में तीन हजार का स्लॉट बना दिया गया। दो दिन में ही ऋषिकेश में तीर्थयात्रियों का बैकलॉग कम होने लगा। दूसरे दिन बुधवार को यात्रा प्रशासन की ओर से चार हजार टोकन जारी किए गए। बृहस्पतिवार को चार हजार तीर्थयात्रियों का पंजीकरण किया गया। एक साथ चार हजार तीर्थयात्रियों का पंजीकरण के दौरान सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे पंजीकरण काउंटर पर भीड़ नजर आती रही।
ने वाले यात्रियों से आधार कार्ड की छायाप्रति के साथ आवश्यक विवरण जमा कराया जा रहे हैं। इसके बाद उन्हें टोकन जारी किए जा रहे हैं। एक दिन में चार हजार यात्रियों को यात्रा में भेजे जाने से ऋषिकेश में भीड़ नहीं होगी