नई दिल्ली। दिल्ली में शनिवार को चुनाव होने वाले हैं। मतदान से पहले बुर्के पर राजनीतिक बहस शुरू हो चुकी है। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने बुर्के में वोटिंग के लिए आने वाली महिलाओं की उचित वेरिफिकेशन की मांग की है। यह मांग चुनाव आयोग से की गई है।
दिल्ली भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली चुनाव आयोग से 22 मई को मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल में विधायक अजय महावर और मोहन सिंह बिष्ट, प्रदेश सचिव किशन शर्मा और वकील नीरज गुप्ता शामिल थे। CEO को दिए ज्ञापन में मांग की गई कि दिल्ली में वोटिंग के लिए आने वाली बुर्का पहने महिला मतदाताओं का उचित वेरिफिकेशन किया जाए।
ओवैसी ने जताई आपत्ति
भाजपा के इस कदम पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भड़क उठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा मुस्लिम औरतों के परेशान कर रही है। औवैसी ने कहा कि जब पहले से ही घूंघट और बुर्के में होने पर जांच है तो भाजपा ऐसी डिमांड क्यों कर रही है। ओवैसी ने एक्स पर लिखा,भाजपा के दिल्ली इकाई ने निर्वाचन आयोग से कहा है कि बुर्क़े में औरतों की खास जांच होनी चाहिए।
तेलंगाना में पिछले दिनों हुए लोकसभा के मतदान के दौरान इनके उम्मीदवार ने मुस्लिम ख़्वातीन की सरेआम बेइज्जती की और परेशान करने का काम किया। हर चुनाव में भाजपा कोई न कोई बहाना ढूंढ कर मुस्लिम ख़्वातीन को परेशान करती है और निशाना बनाती है।
परदा-नशीन औरतों को लेकर निर्वाचन सदन के साफ कवाईद और ज़ाबते हैं, चाहे वो बुर्के में हों या घूंघट में हों या मास्क में, बिना तस्दीक/जांच के किसी को भी वोट देने नहीं दिया जाता है तो फिर भाजपा को ऐसी ख़ास मांग क्यों करनी पड़ी?
बस मुस्लिम औरतों को निशाना बनाया जाए, उनको सताया जाए और उन्हें वोट देने में बाधा बनाया जाए।
चुनाव आयोग से भाजपा ने क्या मांग की
भाजपा ने कहा कि जो लोग बुर्का या फेस मास्क पहनकर मतदान करने आते हैं, उन्हें पूरी जांच के बाद ही मतदान करने की अनुमति दी जानी चाहिए. एक महिला अधिकारी या महिला पुलिस अधिकारी को ऐसे लोगों की जांच करनी चाहिए।