देहरादून। विभिन्न दलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं का भाजपा का दामन थामने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में कुछ दिन पहले कांग्रेस से नाता तोडऩे वाली पूर्व मिस इंडिया ग्रैंड इंटरनेशनल अनुकृति गुसाईं ने रविवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वह पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता डा. हरक सिंह रावत की पुत्रवधू हैं और पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने लैंसडौन सीट से चुनाव लड़ा था।
इसके अलावा ऊधम सिंह नगर की जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश गंगवार भी भाजपा में शामिल हुए। प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में इन सभी को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले भाजपा ने अन्य दलों के लिए अपने दरवाजे खोले।
कांग्रेस, बसपा, उक्रांद, आम आदमी पार्टी समेत अन्य दलों व संगठनों के बड़ी संख्या में लोग अब तक भाजपा में शामिल हो चुके हैं। राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद भी यह क्रम बना हुआ है। रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने नवागंतुकों का पार्टी में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पार्टी में ज्वाइनिंग का यह अभियान आगामी निकाय व पंचायत चुनावों तक जारी रहेगा।
भट्ट ने कहा कि दो-तीन दिन पहले ही अनुकृति गुसाईं, रेनू गंगवार व सुरेश गंगवार के भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव मिला। इस पर प्रदेश की ज्वाइनिंग कमेटी ने विमर्श किया। इसके बाद ज्वाइनिंग के उत्तराखंड प्रभारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की अनुशंसा के बाद सभी लोग भाजपा में शामिल किए गए।
इस अवसर पर भाजपा में शामिल हुई अनुकृति ने कहा कि विकसित उत्तराखंड का सपना हम सबका है। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। इस सबको देखते हुए वह भाजपा परिवार का हिस्सा बनी हैं। पत्रकारों से बातचीत में एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि जहां तक बात ईडी की है, वह कोर्ट की प्रक्रिया है। हाईकोर्ट ने पाखरो टाइगर सफारी प्रकरण की सीबीआइ जांच के आदेश दिए हैं। सीबीआइ की जांच के क्रम में ईडी ने अपनी कार्रवाई की है।
‘जब भी ईडी बुलाएगी तो जाएंगे’
उन्होंने कहा कि टाइगर सफारी से उनका या उनके परिवार का तकनीकी रूप से कोई दोष नहीं है। ईडी ने दोषी तो करार नहीं दिया है, केवल पूछताछ के लिए बुलाया। जब भी ईडी बुलाएगी तो जाएंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले ही वह कांग्रेस से इस्तीफा दे चुकी थीं। जब लगा कि नरेन्द्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने में योगदान देना है तो भाजपा में आई। भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश गंगवार ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अभाविप से की थी। आज उन्होंने घर वापसी की है।