देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कुंभ में कोविड टेस्टिंग घोटाला, मोबाइल लैपटॉप समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस भवन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा सरकार साढ़े चार साल बाद नींद से जागी है और उसमें जो छात्रों को लैपटॉप और स्मार्टफोन देने का अपने घोषणा पत्र में वादा किया था।
वह उसे करने जा रही है लेकिन बिना टेण्डर प्रक्रिया को अपनाए सरकार यह काम पीएसयू के माध्यम से करा रही है। आनन फानन में बडे पैमाने पर लेपटॉप एवं स्मार्टफोन खरीदने जा रही है। यदि सरकार को पीएसयू के माध्यम से इन्हें खरीदना है तो वह नियमों का और सीवीसी गाइडलाइन्स का पालन करें यदि ऐसा नही किया जाता है तो इसे नियमों का अतिक्रमण और भ्रष्टाचार ही समझा जाएगा। इसकी खरीद तय मानकों के अनुरूप ही की जाए।
कहा कि सरकार पूरी तरीके से भ्रष्टाचार में लिप्त है। मुक्त विश्वविघालय में गलत तरीके से 56 लोगों की नियुक्तियां की गयी। वह नियम विरुद्ध है। सहकारिता विभाग में आये दिन भ्रष्टाचार के मुददे सामने आते हैं। कुम्भ में कोरोना टेस्टिंग घोटाले पर सरकार द्वारा जांच एजेन्सी का गठन न करना सरकार की संलिप्तता उजागर करता है। कहा कि इतने बड़े घोटाले में अधिकारियों को निलंबित किया गया लेकिन और किसी का नाम नहीं आना संदेह के घेरे में आता है।
गोदियाल ने समाज कल्याण विभाग ने छात्रवृति घोटाले का मुद्दा उठाते हुए कहा कि गलत तरीके से छात्रवृति आवंटित कर दी गयी लेकिन सरकार द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी। इसी प्रकार से कर्मकार कल्याण बोर्ड में करोडों रूपये का एक बडा घोटाला हुआ जिसका भी कोई जांच नही की गयी। इन सब घोटालों का पर्दाफाश हो चुका है फिर भी सरकार द्वारा कोई कार्यवाही घोटालेबाजों के विरुद्ध नही की गयी है। गोदियाल ने कहा कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन स्वीकृत हुई थी। इस परियोजना में स्थानीय ठेकेदारों एवं गाड़ी सप्लायरों की बड़े पैमाने पर अनदेखी हो रही है और इस परियोजना में स्थानीय ठेकेदारों एवं अन्य कार्य करने वाले लोगों का सहयोग न लेते हुए बाहरी कम्पनियों से काम कराया जा रहा है। जिससे स्थानीय लोगों में निराशा है।