समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का माला पहनाकर स्वागत करते संघ के पदाधिकारी

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के कुशल और प्रतिभाशाली इंजीनियर राष्ट्र एवं राज्य के निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। इंजीनियर हमारे राज्य की प्रगति का मुख्य स्तंभ हैं। राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कथन के अनुसार वर्तमान दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

गुरुवार को आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ द्वारा आयोजित आभार एवं अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। इस अवसर पर महासंघ की विभिन्न लंबित मांगों पर शासनादेश निर्गत किए जाने पर महासंघ पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के अंतर्गत बनने वाला बुनियादी ढांचा विकास को सुनिश्चित करता है। ऐसे में बुनियादी ढांचे से संबंधित निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखना तकनीकी संगठनों के साथ ही हम सबकी जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक निवेशक सम्मेलन में 3.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू हस्ताक्षरित हुए। अब तक 71,000 करोड़ के एमओयू की ग्राउंडिंग हो चुकी है। योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार ने यूआईडीबी का गठन किया है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ की वर्षों से लंबित समस्याओं का समाधान किया है। विभिन्न अभियंत्रण विभागों में काम कर रहे कनिष्ठ अभियंता और अपर सहायक अभियंताओं के लिए वाहन भत्ते में वृद्धि करने के निर्णय के साथ ही पहली बार सहायक अभियंताओं को भी वाहन भत्ते के रूप में चार हजार रुपये अनुमन्य किए गए हैं।

साथ ही एक हजार कनिष्ठ अभियंताओं को 10 वर्ष की निरंतर सेवा पर उच्च वेतन का लाभ प्रदान किया गया है। अपर सहायक अभियंता के पदों में वेतन विसंगति को दूर करने का निर्णय भी लिया गया है। इस अवसर पर प्रांतीय अध्यक्ष एसएस चौहान, महासचिव मुकेश रतूड़ी, संरक्षक डीसी नौटियाल, हरीश नौटियाल, यूएस महर भी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *