आगरा : आर्थिक रूप से वंचित वर्ग के युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी आजीविका में सहयोग प्रदान करने और स्थायी समाज के निर्माण की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए होण्डा इंडिया फाउन्डेशन (एचआईएफ) ने आज उत्तर प्रदेश के आगरा में अपने प्रमुख प्रोग्राम प्रोजेक्ट प्रगति (एक कदम विकास की ओर) के तहत जीडीए के पहले बैच का प्रशिक्षण पूरा किया। समाज के साथ भरोसे का रिश्ता बनाने और स्थायी समाज के विकास में योगदान देने की एचआईएफ की प्रतिबद्धता पर बात करते हुए श्री विनय ढींगरा, ट्रस्टी, होण्डा इंडिया फाउन्डेशन ने कहा, ‘‘शिक्षा और ग्रामीण विकास हमारे दीर्घकालिक मिशन का मुख्य स्तम्भ हैं, जिसके तहत हम ‘ऐसी कंपनी बनने के लिए प्रयासरत हैं, जिसे समाज प्राथमिकता दे’। वर्तमान में, भारत के अस्पतालों में प्रशिक्षित जनरल ड्यूटी असिस्टेन्ट्स की कमी है। इसी को ध्यान में रखते हुए एचआईएफ ने आर्थिक रूप से वंचित युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए यह पहल की और प्रोजेक्ट प्रगति (एक कदम विकास की ओर) के तहत इस कोर्स की शुरूआत की। आगरा में आज जीडीए के पहले बैच का प्रशिक्षण पूरा होना युवाओं को ज़िम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में एक और कदम है, जो इस प्रशिक्षण को पाने के बाद आत्मनिर्भर बन सकेंगे। होण्डा का कॉर्पोरेट दर्शन -‘‘हर व्यक्ति का सम्मान’’ और ‘‘तीन खुशियां’’ के बुनियादी सिद्धान्तों पर आधारित है जो ‘‘लोगों के रोज़मर्रा के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के होण्डा के विश्वस्तरीय दृष्टिकोण को समर्थन प्रदान करता है।’ जीडीए प्रोग्राम के समापन समारोह का आयोजन आगरा के उजाला सिगनस रेनबो अस्पताल में हुआ, जहां 48 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण पूरा होने का प्रमाणपत्र दिया गया। सभी प्रशिक्षुओं को उसी अस्पताल में रोज़गार भी दिया गया है। अस्पताल के प्रशिक्षण स्टाफ द्वारा यह प्रशिक्षण दिया गया। प्रोजेक्ट प्रगति के तहत इस प्रोग्राम का विस्तार देश भर की 60 लोकेशनों में किया जाएगा, जिसके माध्यम से होण्डा इंडिया फाउन्डेशन युवाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए कोर्स के माध्यम से युवाओं को कौशल एवं आत्मविश्वास प्रदान करती है, जिसमें नए एवं मौजूदा दोनों जीडीए के लिए थ्योरी, सिमुलेटर एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण का संयोजन शामिल है।