देहरादून, उत्तराखंड में मानसून में अभी दुश्वारियां कम होती नहीं दिख रही हैं। अगले 24 घंटे में प्रदेश के अधिकांश जनपदों में कहीं-कहीं अत्यधिक तो कहीं मध्यम वर्षा हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, मंगलवार को देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल व बागेश्वर जनपदों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
इन जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने व वर्षा के तीव्र से अत्यंत तीव्र के दो से तीन दौर तक हो सकते हैं। इसे देखते हुए इन पांच जनपदों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त हरिद्वार, उत्तरकाशी, चमोली, ऊधमसिंह नगर च पिथौरागढ़ जनपदों में कहीं-कहीं भारी से भारी वर्षा होने का अनुमान है। जिसे देखते हुए इन पांच जनपदों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। सोमवार दोपहर बाद देहरादून और आसपास के कई क्षेत्रों में एक से दो दौर तेज वर्षा हुई। जिससे सड़कें और रिहायशी कालोनियों में जलभराव हुआ।
हुई रिकॉर्ड वर्षा
पिछले 24 घंटे में देहरादून जनपद के रायवाला में 71.5 मिलीमीटर, सहस्रधारा क्षेत्र में 42.6 मिलीमीटर, कोटद्वार में 26.4 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। देहरादून का अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम डिग्री सेल्सियस रहा। टिहरी का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 22.4 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 16.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
इन पांच जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट
इसी प्रकार ऊधमसिंह नगर का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 31.2 व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 26.1 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि मंगलवार और बुधवार को देहरादून समेत पांच जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
पांच घंटे की बारिश डूबा देहरादून
लगातार पांच घंटे तक हुई मूसलाधार वर्षा ने एक बार फिर ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी। शहर के अधिकतर मुख्य मार्गों के अलावा गलियों तक में पानी भर गया। इससे राहगीरों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा। सहारनपुर चौक से प्रिंस चौक के बीच कई वाहन बीच रास्ते में जलभराव के कारण बंद हो गए। उन्हें धक्का देकर साइड कराया गया। इस बीच वहां जाम भी लग गया। यही हालत कारगी चौक से लालपुल आने वाली सड़क पर भी रही। आइएसबीटी, धर्मपुर, हरिद्वार रोड, रिस्पना पुल, घंटाघर, सेंट थॉमस कॉलेज के सामने भी जलभराव ने आमजन के लिए परेशानी खड़ी कर दी। उधर, रिस्पना और बिंदाल नदियों के किनारे रहने वालों को भी भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा।