गोरखपुर, गोरखपुर जिले में डेंगू रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई रैपिड जांच में दो संदिग्ध रोगी मिले। उनके नमूने एलाइजा जांच के लिए भेजे गए हैं। पुष्टि होने के बाद सरकारी आंकड़ों में डेंगू रोगियों की संख्या नौ हो जाएगी, जो अभी सात है।
जिले में डेंगू के रोगियों की संख्या बढ़ने से चिकित्सक भी चिंतित हैं। लगभग सभी पैथोलाजी में प्रतिदिन दो-चार रिपोर्ट पाजिटिव आ रही है। लेकिन विभाग के आंकड़े अभी संक्रमण को बहुत कम बता रहे हैं। सरकारी आंकड़ों में अभी तक केवल सात लोग डेंगू से संक्रमित हुए हैं। शहर में बड़ी संख्या में लोग डेंगू से पीड़ित हैं। पैथोलाजी में रैपिड जांच पाजिटिव आने के बाद उपचार करा रहे हैं, महंगी होने से वे एलाइजा जांच के चक्कर में नहीं पड़ रहे हैं। इस वजह से सरकारी आंकड़ों में रोगियों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है।
नौसढ़ व पिपरौली के एक-एक व्यक्ति को तेज बुखार होने पर उनकी डेंगू की रैपिड जांच की गई तो रिपोर्ट पाजिटिव आई है। हालांकि उनकी तबीयत सामान्य है, भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है। उन्हें दवाएं देने के साथ ही मच्छरदानी में सोने की सलाह दी गई है। 246 स्थानों पर सोर्स रिडक्शन किया गया। अब तक 2599 जगहों पर सोर्स रिडक्शन किया जा चुका है। पांच लोगों के घर में कूलर, गमले, फ्रिज में जमा पानी मिला, उन्हें नोटिस दिया गया है। अब तक जिले में 2916 लोगों की डेंगू जांच की जा चुकी है। इसमें 2434 की रैपिड व 282 लोगों की एलाइजा जांच कराई जा चुकी है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला मलेरिया नियंत्रण अधिकारी अंगद सिंह ने कहा कि निजी अस्पताल व पैथोलाजी को डेंगू रोगियों की सूचना देने को कहा गया है ताकि उनकी एलाइजा जांच कराई जा सके। ऐसा नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।