इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद जल उठा पाकिस्तान, सेना मुख्यालय में घुसे प्रदर्शनकारी

इस्लामाबाद, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से नाटकीय रूप से गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद इमरान खान को आज इस्लामाबाद, पाकिस्तान में न्यू पुलिस गेस्ट हाउस में पेश किया जाएगा। पाकिस्तान मीडिया ने बताया कि खान के 4-5 दिनों तक राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) की हिरासत में रहने की संभावना है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने वैध करार दिया है।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार को अर्धसैनिक बलों ने उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे। पाकिस्तान रेजर्स खान को गिरफ्तार करने के बाद एक वैन में वहां से ले गए। इसके बाद खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया।
वकीलों एवं खान के सुरक्षा कर्मचारियों की हुई थी पिटाई

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी के अनुसार, लाहौर से संघीय राजधानी इस्लामाबाद आए पार्टी अध्यक्ष खान अदालत में एक बायोमेट्रिक प्रक्रिया से गुजर रहे थे, तभी रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों एवं खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें (खान को) गिरफ्तार कर लिया।

टीवी फुटेज में रेंजर्स खान को कॉलर से पकड़कर ले जाते और उन्हें एक जेल वाहन में बैठाते हुए दिखे। रेंजर्स, गृह मंत्रालय के तहत काम करते हैं और आमतौर पर सेना से प्रतिनियुक्ति पर आये अधिकारियों द्वारा निर्देशित होते हैं। खान के गिरफ्तारी वारंट में कहा गया है कि उन पर भ्रष्टाचार और भ्रष्ट आचरण का आरोप है।

खान को अज्ञात स्थान पर किया गया स्थानांतरित

ऐसा कहा गया कि खान को रावलपिंडी में एनएबी कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है जहां एक मेडिकल जांच की गई। हालांकि, पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने दावा किया कि खान को अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।

इमरान खान की गिरफ्तारी को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने लीगल बताया। कोर्ट ने गिरफ्तारी को गैरकानूनी ठहराने से जुड़ी यचिका खारिज कर दी है।
रावलपिंडी में सैन्य मुख्यालय पर हमले के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोर कमांडरों के अलावा कई बड़े सैन्य अधिकारी शामिल हैं।
खान की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
पंजाब की कार्यवाहक सरकार ने प्रांत में कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रेंजर्स को बुलाया और धारा 144 लगा दी। इसके तहत एक जगह पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते।
पंजाब सरकार ने पाकिस्तान के दूरसंचार प्राधिकरण से प्रांत के उन क्षेत्रों में इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को निलंबित करने का अनुरोध भी किया जहां हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं।
इमरान खान के समर्थकों के हंगामे के कारण पूरे देश में धारा 144 लागू कर दी गई है। सिंध को छोड़कर पाकिस्तान के तीन प्रांतों पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान में इंटरनेट बंद कर दिया गया। सोशल मीडिया को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
पीटीआई के बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने फैसलाबाद शहर में गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के आवास पर भी पथराव किया। इसी तरह, मुल्तान, झांग, गुजरांवाला, शेखूपुरा, कसूर, खानेवाल, वेहारी, गुजरांवाला, हाफिजाबाद और गुजरात शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए।
इमरान खान वर्तमान में आतंकवाद, ईशनिंदा, हत्या, हिंसा, हिंसा के लिए उकसाने से संबंधित 140 से अधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भारी विरोध को देखते हुए पाकिस्तान की सरकार ने बुधवार को देशभर में सभी निजी स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है। पीटीआई के कार्यकर्ता पार्टी प्रमुख की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं। देशभर में जगह-जगह प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर आए हैं।
भारतीय सुरक्षा बल पाकिस्तान के हालात पर वहां की गतिविधियों पर पैनी नजर रखे हुए हैं। नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बलों की ओर से कड़ी निगरानी रखी जा रही है। रक्षा सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई।

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